Dhanbad Loksabha:धनबाद लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी ढुल्लू महतो ने कांग्रेस की अनुपमा सिंह को 330065 मतों से पराजित कर दिया. उन्हें यह जीत 25वें राउंड की मतगणना पूरी होने के बाद मिली. हालांकि परिणाम की औपचारिक घोषणा अभी बाकी है. 25वें राउंड की मतगणना पूरी होने के बाद ढुल्लू महतो को कुल 782423 मत मिले, जबकि अनुपमा सिंह को 452358 वोट से संतोष करना पड़ा. ढुल्लू महतो ने 330065 मतों से जीत हासिल की है.
Dulu Mahato हैं बाघमारा के विधायक, मजदूर परिवार में हुआ जन्म
ढुलू महतो धनबाद जिले के बाघमारा के दबंग नेता हैं. उनका जन्म 12 मई 1975 को बाघमारा के चिटाही में हुआ. कोयला मजदूर पूना महतो और रुकवा महताइन के घर जन्मे ढुलू महतो 12वीं पास हैं. उनकी शुरुआती शिक्षा उत्क्रमित मध्य विद्यालय तुंडू से हुई. इंटर की पढ़ाई उन्होंने कतरास डीएवी इंटर कॉलेज से की. गरीबी की वजह से उन्हें पढ़ाई छोड़नी पड़ी. बोकारो जिले की सावित्री देवी से उनका विवाह हुआ.
मजदूरों की आवाज बुलंद की, संघर्ष से बनाई राजनीति में पहचान
कोयला मजदूरों के लिए आवाज बुलंद करने वाले ढुलू महतो ने काफी संघर्ष के बाद झारखंड की राजनीति में अपनी पहचान बनाई. महेशपुर कोलियरी में उनके पिता मजदूरी करते थे. चूंकि परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, पूना महतो के सबसे छोटे बेटे ढुलू को सेल जोगीडीह कोलियरी में काम करना पड़ा.
दबे-कुचले की आवाज बने ढुलू महतो, इस तरह बढ़ा मान-सम्मान
कहते हैं कि उन दिनों कोलियरी में काम करने वाले मजदूरों को काफी परेशान और प्रताड़ित किया जाता था. ढुलू महतो इसे बर्दाश्त नहीं कर पाए और मजदूरों के समर्थन में आवाज बुलंद करने लगे. कुछ ही दिनों में वह मजदूरों के प्रिय बन गए. श्रमिकों की नजर में उनकी इज्जत बढ़ती गई. ढुलू ने भी उन्हें कभी निराश नहीं किया. कोलियरी के अंदर और बाहर लोगों की समस्या सुलझाने लगे.
1999 में विधायक समरेश सिंह ने दी ‘टाइगर’ की उपाधि
वर्ष 1999 में समरेश सिंह से मुलाकात हुई. इसके बाद उनके जीवन में बड़ा बदलाव आया. समरेश सिंह उनके कार्यों से बेहद प्रभावित थे. ढुलू महतो के कार्यों को देखते हुए उन्होंने उनको ‘टाइगर’ की उपाधि दे डाली. इसके बाद ही ढुलू महतो ने ‘टाइगर फोर्स’ का गठन किया. कुछ ही दिनों में कोयलांचल में ‘टाइगर फोर्स’ लोकप्रिय हो गया.
बाबूलाल मरांडी ने पहली बार दिया विधायक बनने का मौका
वर्ष 2009 में झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) के सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने ढुलू महतो की संगठनात्मक क्षमता को पहचाना. उनको बाघमारा विधानसभा सीट से जेवीएम के टिकट पर चुनाव के मैदान में उतार दिया. ढुलू 56 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीते. ढुलू ने तब के कद्दावर नेता जलेश्वर महतो को पराजित किया.
झारखण्ड के कुल 14 सीटों पर इन पार्टियों ने जीत दर्ज की
1)खूँटी -कांग्रेस
2)लोहरदगा-कांग्रेस
3)सिंहभूम-जेएमएम
4)राजमहल-जेएमएम
5)दुमका-जेएमएम
1)राँची -भाजपा
2)कोडरमा-भाजपा
3)जमशेदपुर-भाजपा
4)धनबाद -भाजपा
5)गोड्डा-भाजपा
6)हजारीबाग-भाजपा
7चतरा -भाजपा
8)पलामू भाजपा
9)गिरिडीह आजसू
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