झारखंड के कई लोगों (करीब 150-200) से पांच करोड़ की ठगी करने वाले साइबर अपराधी को सीआईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता के निर्देश पर साइबर सेल की टीम ने यह कार्रवाई की है. साइबर अपराधी की पहचान दिल्ली के विकासपुरी स्थित शंकर गार्डन निवासी अमित जायसवाल के रूप में हुई है. सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी.
क्रिप्टो में निवेश करने पर 300% तक रिर्टन देने का दिया प्रलोभन
यह मामला नवंबर 2023 का है, जब साइबर सेल थाना में वादी ने मामला दर्ज कराया था. दर्ज शिकायत में कहा गया था कि गोल्ड बॉन्ड के माध्यम से आरोपी शषि शंकर कुमार उर्फ विक्की ने मौद्रिक लाभ पहुंचाया. जिससे वादी आरोपी पर विश्वास करने लगा. इसी दौरान शशि शंकर और उसके दोस्त अमित जायसवाल ने वादी को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर अधिक पैसे कमाने के लिए कहा. अमित जायसवाल ने अधिकारिक वेबसाइट ओरोपे के माध्यम से लोगों को कम समय में अधिक पैसे कमाने का प्रलोभन दिया. साइबर अपराधी ने एआई तकनीक के माध्यम से डाटा माइनिंग कर निवेशकों को उनके निवेश राशि के अनुरूप ट्रेडर पैक और प्रो ट्रेडर पैक के माध्यम से प्रतिदिन 0.6% से लेकर 1.2% तक लाभ कराते हुए 300% तक रिर्टन का आश्वासन दिया. इसके झांसे में आकर लोग अधिक से अधिक पैसे निवेश करने लगे. शुरुआत में निवेशकों को आश्वासन के अनुसार, प्राथमिक निवेश पर 300% तक मुनाफा वापस किया गया. जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ने लगा और निवेशक अन्य लोगों को भी इसमें निवेश करने के लिए प्रेरित करने लगे.