अमेरिकी एंटी-वायरस कंपनी के एक अपडेट का असर माइक्रोसॉफ्ट पर पड़ा। इससे दुनियाभर की एयरलाइंस, टीवी टेलिकास्ट, बैंकिंग और कई कार्पोरेट कंपनियों का कामकाज प्रभावित हुआ। दुनियाभर में करीब 1400 फ्लाइट कैंसिल हुई हैं। फ्लाइट बोर्डिंग पास हाथ से लिखकर दिए गए।
आपने पहले कभी एंटी-वायरस फर्म क्राउडस्ट्राइक के बारे में नहीं सुना होगा, लेकिन कंपनी ने अपने वायरस स्कैनर फाल्कन के साथ जो कुछ किया, उसका माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम चलाने वाले लाखों कंप्यूटरों पर पड़ा। एपल और लाइनक्स के यूजर्स प्रभावित नहीं हुए।
‘ब्लू स्क्रीन ऑफ़ डेथ’ की रिपोर्ट दुनिया भर में की गई। ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (BSOD) एक क्रिटिकल एरर स्क्रीन है जो विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर दिखाई देती है। जब यह एरर आता है, तो कंप्यूटर ऑटोमेटिकली रिस्टार्ट हो जाता है। डेटा खोने की भी संभावना रहती है।
इस आउटेज के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने तुरंत कहा कि यह एक “थर्ड पार्टी इश्यू” है। दूसरे शब्दों में- ये उसकी गलती नहीं थी। इस पूरे घटनाक्रम से पता चलता है कि दुनिया इन बड़ी कंपनियों पर कितनी निर्भर है, और जब वे फेल हो जाती हैं तो यह हमें कितना पावरलेस बना देता है।
क्राउडस्ट्राइक के अपडेट के कारण ही माइक्रोसॉफ्ट के एज्योर क्लाउड और माइक्रोसॉफ्ट 365 सर्विसेज में परेशानी आई है। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा, “हमें समस्या की जानकारी है और हमने कई टीमों को इसे सुलझाने में लगाया है। हमने इसके कारण का पता लगा लिया है।” इससे वहीं यूजर प्रभावित हुए हैं जो माइक्रोसॉफ्ट एज्योर का इस्तेमाल करते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट ऐज्योर क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म है। ये एप्लिकेशन और सर्विसेज को बनाने, डिप्लॉय और मैनेज करने का काम करता है। वहीं माइक्रोसॉफ्ट 365 प्रोडक्टिविटी सॉफ्टवेयर है, जिसमें वर्ड, एक्सेल, पावरपॉइंट, आउटलुक और वन नोट जैसे लोकप्रिय एप्लिकेशन शामिल हैं।
ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (BSOD) एक क्रिटिकल एरर स्क्रीन है जो विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर दिखाई देती है। ऐसा तब होता है जब सिस्टम किसी गंभीर समस्या के कारण क्रैश हो जाता है जो इसे सुरक्षित रूप से काम करने से रोकता है। जब यह एरर होता है, तो कंप्यूटर ऑटोमेटिकली रिस्टार्ट हो जाता है, और जो डेटा सेव नहीं किया गया है उसके खो जाने की संभावना होती है।