रांची। राजधानी रांची के सिकीदरी घाटी में बीते 25 मई को हुए सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल प्रवासी मजदूर की अगले ही दिन रिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई। दो मजदूर बाबू शेख और कोरोना संक्रमित की मौत के बाद इनमें से एक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी थी। रिपोर्ट आने के बाद दोनों शव को मोर्चरी में रखा गया। रविवार को जब सुपुर्दे खाक के लिए जिला प्रशासन की टीम ने डोरंडा कब्रिस्तान में दोनों के लिए गड्ठा खुदवाकर शव को लेने पहुंची तब पता चला कि एक शव मोर्चरी से गायब है। पूरे दिन जिला प्रशासन की टीम गायब शव का पता लगाते रही लेकिन कोई अता पता नहीं चला। रिम्स प्रबंधन तक को इसकी पर्याप्त जानकारी नहीं थी। इधर, जिला प्रशासन की टीम ने सिर्फ संक्रमित के शव को लेकर चली आयी और उसे दफन किया।
मोर्चरी के रजिस्टर में शव अब भी रिम्स में
इधर, शव की पूरी तरह से खोज खबर के बाद भी कुछ पता नहीं चला। लेकिन रिम्स के मोर्चरी के ही रजिस्टर के अनुसार शव अब भी मोर्चरी के ही 25 नंबर स्लाइड में रखी हुई है। इसके बाद भी शव गायब होना रिम्स प्रबंधन की लापरवाही को दर्शाते हुए कई सवाल खड़े कर रहा है। रिम्स प्रबंधन तक को इसकी जानकारी नहीं है।
यह जांच का विषय है कि आखिर शव कहां गया। रिम्स अधीक्षक से इस संबंध में जानकारी मांगी गई है, साथ ही उन्हें जांच का भी आदेश दिया गया है। डॉ डीके सिंह, निदेशक, रिम्स।