राजद के दिग्गज नेता और पूर्व महासचिव तथा बिहार सरकार में पूर्व मंत्री रहे श्याम रजक एक सितंबर को जनता दल यूनाईटेड का दामन थामेंगे। बता दें कि श्याम रजक ने गत 22 अगस्त को राजद के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं। यहां यह भी बता दे कि यह राजद से जदयू में उनकी दूसरी बार एंट्री होगी। पिछली बार भी वह राजद से सीधे जदयू में आए थे और इस बार भी ऐसा ही करने जा रहे हैं। बता दें कि राजद से नाराजगी की वजह से उन्होंने पार्टी से नाता तोड़ा है। दरअसल, उनकी पसंदीदा फुलवारीशरीफ विधानसभा सीट के लिए जदयू से भरोसा मिल गया है। इस कारण उन्होंने राजद से जदयू में अपनी नयी पारी की फिर से शुरुआत करने जा रहे हैं।
ऐसा रहा है श्याम रजक का राजनीतिक सफर
- श्याम रजक ने जून 2009 में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया था। वे जनता दल (यूनाइटेड) पार्टी में शामिल हो गए थे और अखिल भारतीय धोबी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
- रजक ने एक से अधिक बार फुलवारी सीट का प्रतिनिधित्व किया है। वे लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व वाली पिछली राजद पार्टी के प्रमुख नेताओं में से एक थे।
- रजक नीतीश कुमार की सरकार में पूर्व मंत्री थे। अगस्त 2020 में रजक फिर से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल हो गए।
- श्याम रजक ने इससे पहले 2010 से लेकर 2015 तक जदयू कोटे से सरकार में खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री के रूप में कार्य किया है।
- राबड़ी देवी के नेतृत्व वाली राजद सरकार में ऊर्जा, जनसंपर्क विभाग और कानून राज्य मंत्री के रूप में भी काम किया है।
- श्याम रजक बिहार विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल के सचेतक भी रह चुके हैं।