रांची. कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। साथ ही मौत का सिलसिला भी बढ़ रहा है। मंगलवार को रिम्स के कोविड-19 वार्ड में भर्ती एक 69 वर्षीय महिला की मौत हो गई। महिला को 4 जून को मेडिका से रिम्स के कोविड-19 वार्ड में भर्ती कराया गया था। अब राजधानी रांची में कोरोना संक्रमित मृतकों की संख्या सात पहुंच गई है।
यह महिला बोकारो के फुसरो की रहने वाली थी। ब्रेन में चोट लगने के बाद मेडिका में इलाज के लिए भर्ती हुई थी। जहां कोरोना जांच में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी। इसके बाद महिला को रिम्स स्थित कोविड-19 वार्ड में शिफ्ट किया गया था।
25 डॉक्टर, नर्स और स्टाफ सहित 14 मरीज की रिपोर्ट आई निगेटिव
इधर, रिम्स के न्यूरो सर्जरी वार्ड में 4 जून को 59 वर्षीय कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत के बाद पूरा वार्ड संक्रमित हो गया था। 25 डॉक्टर, नर्स और स्टाफ सहित 14 मरीज भी उस संक्रमित मरीज के संपर्क में आए थे। इन 39 लोगों ने 6 जून को जांच के लिए अपना सैंपल दिया था। सभी लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इधर, 24 मार्च से 31 मई तक चले लॉकडाउन के दौरान रांची जिले में इसके उल्लंघन के 300 से अधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हुए।
वहीं न्यूरो के इंचार्ज डॉ अनिल कुमार ने बताया कि रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सभी लोग राहत महसूस कर रहे हैं। आईसीयू वार्ड भी पूरी तरह से सैनिटाइज हो गया है। मंगलवार से सुचारू रूप से न्यूरो आईसीयू वार्ड शुरू होगा। सभी मरीजों को आईसीयू वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा। वार्ड के संक्रमित हो जाने से आईसीयू के सभी मरीजों को कुछ दिनों के लिए दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था।
सदर में तिगुना तेजी से बढ़ी सैंपल जांच
सदर हॉस्पिटल में 4 स्लॉट वाली दूसरी ट्रूनेट मशीन आ गई है। इससे पहले की अपेक्षा अब तिगुना सैंपलों की जांच हो रही है। पहले यहां 2 स्लॉट वाली ट्रूनेट मशीन थी, जो डेढ़ घंटे में 2 और 12 घंटे में केवल 20 सैंपलों की ही रिपोर्ट देती थी। लेकिन 4 स्लॉट वाली ट्रूनेट मशीन से सैंपलों की जांच तिगुना हो गई है। 4 स्लॉट वाली ये ट्रूनेट मशीन डेढ़ घंटे में 4 और 12 घंटे में 40 सैंपलों की जांच कर रही है। डीएस डॉ सव्यसाची मंडल ने बताया कि यह ट्रूनेट मशीन गंभीर और गर्भवती मरीजों की तुरंत सैंपल जांच करवाने के लिए मंगवाई गई है। अब मरीजों को कोरोना की जांच रिपोर्ट के लिए ज्यादा देर इंतजार नहीं करना पड़ेगा। जल्द रिपोर्ट आने से उनका इलाज जल्द ही शुरू हो जाएगा।
लॉकडाउन में 300 से अधिक केस दर्ज, अब होगी कार्रवाई
इधर, लॉकडाउन उल्लंघन का अब जिन अभियुक्तों के विरुद्ध मामला दर्ज है, वे निश्चिंत होकर बैठे हैं कि पुलिस कुछ नहीं करेगी। लेकिन, अनलॉक-1 शुरू होने के बाद पुलिस इनपर कार्रवाई की तैयारी कर रही है। विभिन्न धाराओं में अभियुक्तों को छह महीने से दो साल तक की सजा या जुर्माना देना पड़ सकता है या दोनों ही। सबसे अधिक उल्लंघन के मामले हिंदपीढ़ी, जगन्नाथपुर, डोरंडा, अरगोड़ा और धुर्वा थाना में दर्ज हुए।