चाईबासा। सरकारी क्वारंटाइन में 14 दिन बिता चुके श्रमिक घर भेजे जाएंगे। साथ ही रोजगार के लिए उनका रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त अरवा राजकमल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिले के सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी और सभी थाना प्रभारियों के साथ बातचीत की।
उपायुक्त ने स्टेट क्वॉरंटाइन सेंटर में रह रहे वैसे श्रमिक जिनकी 14 दिन की अवधि पूरी हो चुकी है, और उनके अंदर कोरोना संक्रमण का कोई लक्षण भी मौजूद नहीं है, उन्हें छोड़ने का निर्देश दिया। साथ ही उपायुक्त ने यह भी कहा कि जिस व्यक्ति का संक्रमण जांच के लिए नमूना संग्रह किया गया है और अभी तक जांच रिपोर्ट नहीं आई है, उन्हें कुछ दिन और इंतजार करना होगा, इसलिए उनके लिए भोजन और मनोरंजन आदि की व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री आहार योजना से मिलेगा राशन
उपायुक्त ने जिले में जितने भी लोग होम क्वॉरंटाइन में हैं उन सभी को मुख्यमंत्री आहार योजना के तहत राशन उपलब्ध करवाने का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारियों को दिया। पश्चिमी सिंहभूम जिले में अब तक 13 हजार 500 प्रवासी श्रमिक होम क्वॉरंटाइन में हैं। उपायुक्त ने कहा कि सभी को अलग-अलग समय में राशन उपलब्ध कराया गया है। और आवश्यकता होगी तो उन्हें राशन पैकेट दिया जाएगा। उपायुक्त ने घर लौटे सभी श्रमिकों से आग्रह किया कि वर्तमान में पंजीकरण का कार्य हो रहा है।
श्रमिकों का तैयार होगा डाटाबेस
प्रखंड विकास पदाधिकारी, पंचायत सेवक या किसी अन्य पदाधिकारी के माध्यम से आपके गांव पहुंचकर पूरी जानकारी ली जाएगी। किस श्रमिक को किस कार्य में कौशल प्राप्त है इस संबंध में जानकारी रहेगी तो भविष्य में राज्य सरकार द्वारा वित्तीय सहयोग के साथ अन्य सहयोग सीधा आपके बैंक खाते में पहुंच सकता है। यदि किसी श्रमिक के लिए किसी अन्य इंडस्ट्री या कहीं और रोजगार की व्यवस्था सरकार करना चाहे तो उसके डेटाबेस से काफी सुविधा मिलेगी। उपायुक्त ने सभी श्रमिकों से जिला प्रशासन का सहयोग करने की अपील की।