नई दिल्ली, पूर्वी लद्दाख की गलवन घाटी में चीन की सेना के साथ खूनी झड़प में 20 जवानों की शहादत पर देशभर में गुस्से का माहौल है। इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को भरोसा देते हुए चीन को आगाह किया कि चाहे कोई भी हालात हो भारत अपनी हर इंच जमीन की रक्षा करेगा। भारत को उकसाने पर हर हाल में चीन को निर्णायक जवाब भी दिया जाएगा। गलवन घाटी में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जवानों का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
चीन के मंसूबों को नाकाम करते हुए शहीद हुए सेना के कर्नल समेत बीस जवानों को बुधवार को लेह के सेना अस्पताल में श्रद्धांजलि दी गई। गम और गुस्से के बीच 14 कोर के अधिकारियों के साथ सैनिकों ने नम आंखों से शहीद हुए अपने साथियों को अंतिम विदाई दी।
हवलदार सुनील कुमार के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा है। उनको विदाई देने के लिए लोगों की भारी भीड़ मौजूद है।गुरदासपुर में नायब सूबेदार सतनाम सिंह के घर में गम का माहौल है। गालवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में सतनाम सिंह शहीद हुए थे।16वीं बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर शहीद कर्नल संतोष बाबू के अंतिम दर्शन के लिए तलेंगाना में उनके घर पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए है। गालवान घाटी में चीन के साथ हुए हिंसक संघर्ष में कमांडिंग ऑफिसर समेत 20 जवान शहीद हुए थे।गलवन घाटी में चीक के साथ हुए हिंसक झड़प में शहीद हुए हवलदार सुनील कुमार का पार्थिव शरीर पटना में उनके निवास स्थान पर लाया गया।16वीं बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष बाबू का पार्थिव शरीर तेलंगाना के सूर्यपेट में उनके आवास पर लाया गया। चीन के साथ हिंसक झड़प में संतोष बाबू शहीद हो गए थे।बता दें कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सोमवार को दोनों देशों की सेनाओं के बीच खूनी संघर्ष हुआ था। चीनी सैनिकों ने सोची-समझी रणनीति के तहत भारतीय सैनिकों पर पथराव के साथ ही रॉड से हमलेा किया। इस दौरान एक कमांडिग अफसर समेत भारत में 20 जवान शहीद हो गए। वहीं, इस झड़प में चीन को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है। चीन कै सैन्य यूनिट के कमांडिग अफसर समेत 40 सैनिकों को भारतीय जवनों ने ढ़ेर कर दिया।