पटना. दूसरे चरण में आज 11 नवंबर को पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, नवादा, गया, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, रोहतास और कैमर की 122 सीटों पर मतदान हो रहा है. बिहार चुनाव के पहले चरण में 6 नवंबर को गोपालगंज, सीवान, सारण, भोजपुर, बक्सर, पटना, वैशाली, नालंदा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, शेखपुरा, बेगूसराय, लखीसराय, दरभंगा, सहरसा, खगड़िया, मुंगेर और मधेपुरा की 121 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है. 14 नवंबर को परिणाम आने हैं.
चुनाव के दूसरे चरण में 122 विधानसभा सीटों में मुकदुमपुर विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक वोटर हैं, जबकि हसुआ विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम वोटर हैं. चैनपुर, सासाराम और गया टाउन में सबसे अधिक 22 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि लौरिया, चनपटिया, रक्सौल, सुगौली, त्रिवेणीगंज और बनमनखी में सबसे कम पांच-पांच उम्मीदवार मैदान में हैं. इस चरण में एनडीए और महागठबंधन के कई दिग्गजों का सियासी भविष्य दांव पर लगा है. झंझारपुर से नीतीश कुमार के कैबिनेट में उद्योग मंत्री नीतीश मिश्र और ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव समेत 12 मंत्रियों की किस्मत दांव पर है. इसके अलावा दूसरे चरण में एक पूर्व उप मुख्यमंत्री, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और कई पूर्व मंत्रियों के भाग्य का फैसला मतदाता करेंगे.
इस चरण में 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है, जिनमें कई जिले भारत-नेपाल, झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल की सीमाओं से सटे हैं. बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले भारत-नेपाल सीमा को सील कर दिया गया है. इस दौरान बॉर्डर पर एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) हाई अलर्ट पर है. डीजीपी ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा से सटे सात जिलों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. वहीं अंतरराज्यीय सीमाओं पर भी विशेष निगरानी रखी जा रही है, ताकि किसी भी तरह की अवांछनीय गतिविधियों को रोका जा सके. चुनाव आयोग और सुरक्षा एजेंसियां मिलकर यह सुनिश्चित कर रही हैं कि मतदान शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हो.

