झारखंड के दुमका जिले के एक मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कोर्स में पढ़ रही एक छात्रा का दाखिला फर्जी अनुसूचित जनजाति (ST) प्रमाणपत्र जमा करने के आरोप में रद्द कर दिया गया है। एक अधिकारी ने बुधवार को इसकी पुष्टि की। अधिकारी के अनुसार, उक्त छात्रा का दाखिला शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SNMMCH) में परामर्श प्रक्रिया (काउंसलिंग) के बाद हुआ था। उन्होंने बताया, “लड़की का उपनाम ‘दत्ता’ होने के कारण संदेह उत्पन्न हुआ। हालांकि उसे शर्तों के साथ अस्थायी रूप से प्रवेश दिया गया और मामले की जांच शुरू कराई गई।”
अधिकारी ने आगे बताया कि 10 नवम्बर को एक कार्यपालक मजिस्ट्रेट को छात्रा के मूल निवास स्थान गोड्डा भेजा गया, ताकि उसके दस्तावेजों की सत्यता की जांच की जा सके। जांच में पाया गया कि छात्रा ने जनजातीय वर्ग के लिए निर्धारित कोटे में दाखिला पाने के उद्देश्य से फर्जी प्रमाणपत्र प्रस्तुत किया था। अधिकारी ने बताया कि छात्रा का एडमिशन अब रद्द कर दिया गया है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की सिफारिश की गई है।

