गिरिडीह: सेंट्रल जेल, गिरिडीह के अंदर कोरोना वायरस पहुंच गया है। वायरस की चपेट में तीन कैदी हैं। इन्हें इलाज के लिए अलग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। तीन बंदियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उनके संपर्क में आए 55 लोगों की जांच की जा रही है। बंदियों के साथ जेलकर्मी और सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। सभी 55 लोगों का स्वाब लेकर रिम्स और पीएमसीएच भेजा गया है। सेंट्रल जेल होने के कारण यहां खूंखार से खूंखार अपराधी और नक्सली बंद हैं। ये सभी कोरोना की एंट्री से सहम गए हैं। वे कोरोना से संक्रमित होने से खौफजदा है।
गिरिडीह सेंट्रल जेल में झारखंड के दूसरे जिलों से भी बंदी कैद कर रखे गए हैं। 29 जून को भेजे गए बंदियों को एक विशेष आइसोलेशन वार्ड में अन्य नए बंदियों के साथ रखा गया था। तीन जुलाई को रिपोर्ट आने के बाद तीनों बंदियों को कोरोना संक्रमण के उपचार के लिए बनाए गए वार्ड में शिफ्ट किया गया था। तीन दिनों तक जिन अन्य बंदियों के साथ वह संक्रमित बंदी था उन सभी की जांच की गई थी। पीडीजे के आदेश पर सिविल सर्जन ने एक मेडिकल टीम को ले जाकर उन तीनों बंदियों के संसर्ग में आनेवाले सभी लोगों का स्वाब लिया था। कई सुरक्षाकर्मी और जेल के स्टॉफ शामिल हैं। इन लोगों के स्वाब की रिपोर्ट जेल प्रशासन को प्राप्त नहीं हुई है। रिपोर्ट की प्रतीक्षा में ये बंदी और कर्मी मानसिक तनाव में हैं।
तीन बंदियों का कोरोना संक्रमण पॉजिटिव आने के बाद सेन्ट्रल जेल में विशेष सावधानी बरती जा रही है। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कार्य किया जा रहा है। बंदियों के हस्ताक्षर के लिए आनेवाला वकालतनामा व अन्य कागजातों को कुछ देर बाद रखने के लिए जेलकर्मी दस्ताने पहनकर ले जाते हैं। उसी प्रक्रिया का पालन करते हुए वापस हस्ताक्षर करवा कर देते हैं। सभी बंदियों को मास्क, हैंडवॉश आदि दिया गया है। साथ ही कई स्थानों को सैनिटाइज किया गया है।