घाघरा थाना क्षेत्र के पुटो रोड निवासी लुकमा उरांव का शव शनिवार को उसके ही घर के शौचालय टंकी से बरामद किया गया। लुकमा मानसिक रूप से विक्षिप्त था। परिजन लुकमा द्वारा मारपीट करने की वजह से उसके हाथ-पैर को बांधकर रखते थे। युवक 27 जनवरी से लापता था। पुलिस शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा मामले की जांच में जुट गई है।
घाघरा थाना प्रभारी कुंदन कुमार ने बताया कि लुकमा उरांव की मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण उसके परिजन उसके भागने व मारपीट करने के डर से उसके हाथ-पैर बांध कर रखते थे। युवक की पत्नी सुकरमुनि ने 28 जनवरी को लुकमा के गुमशुदगी को लेकर घाघरा थाने में लिखित आवेदन दिया था। इसमें सुकरमुनि ने बताया था कि उसके पति 27 जनवरी की सुबह चार बजे घर से निकले फिर वापस नहीं आए।
आवेदन में लुकमा के विक्षिप्त होने की जानकारी भी दी गई थी। मृतक की पत्नी ने बताया कि लुकमा दिन में ठीक रहता था। लेकिन रात होते ही वह इधर उधर भागने लगता था, जिससे लुकमा का हाथ-पैर बांध कर रखा जाता था। करीब 3-4 महीने में लुकमा की मानसिक स्थिति ज्यादा बिगड़ गई थी।