रांची: 19 दिसंबर को नामकुम के चाय बागान में हुए गोलीकांड में शामिल दो और आरोपियों को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। नामकुम पुलिस ने पिंटू राम और विकेश कुमार चौधऱी ऊर्फ विक्की को कांके रोड से गिरफ्तार की है। दोनों को कोविड टेस्ट के बाद जेल भेज दिया गया है।
नामकुम थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। शूटरों को रांची लाने और रांची से बाहर भेजने की जिम्मेदारी इसे दी गई थी। यह न केवल शूटरों को पूरे इलाके की रेकी कराया था बल्कि उसे अपने घर में पनाह भी दिया था। घटना के बाद उन्हें छपरा भेजने के इंतजाम भी इसी दोनों ने किया था।
14 फरवरी को बिहार के छपरा से दो शूटरों की हुई थी गिरफ्तारी
इससे पहले घटना को अंजाम देने वाले दो शूटरों को रांची पुलिस 14 फरवरी को बिहार के छपरा से गिरफ्तार की थी। छोटे लाल राय और शैलेश कुमार ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे । उसने बताया था मुकेश झा की हत्या के लिए उसने 5 लाख रुपए की सुपारी ली थी। जमीन कारोबारी नीजर झा ने एडवांस के तौर पर उसे 20 हजार रुपए दिया था। इसके बाद ही मुकेश झा पर उन्होंने गोली चलाई थी।
7 लोग गिरफ्तार लेकिन साजिशकर्ता अभी भी फरार है
नामकुम में हुई गोलीबारी की इस घटना में अभी तक लगभग 7 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दो शूटर समेत 5 लोगों को अब तक पुलिस जेल भेज चुकी है। लेकिन घटना का मुख्य साजिशकर्ता नीरज झा अभी भी फरार है। नामकुम थाना प्रभारी ने बताया कि उसकी गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी जारी है।
जोरार की जमीन को लेकर था विवाद
नामकुम के जोरार स्थित एक जमीन को लेकर नीरज और मुकेश के बीच विवाद था। करीब 15 लाख रुपया नीरज के पास मुकेश का बकाया था। कई बार मुकेश उससे पैसे की मांग कर रहा था। लेकिन वह टाल-मटोल कर रहा था। इसी क्रम में मुकेश ने उसे धमकी दी थी कि पैसा वापस कर दो, नहीं तो अंजाम बुरा होगा। इसी बात को लेकर नीरज ने उसकी हत्या की साजिश रची थी। 19 दिसंबर को रानीबागान में उनके घर के पास ही शूटरों ने उन पर हमला किया था। इसमें उनकी बांह और पैर में गोली लगी थी। वहीं उसके दो अन्य साथियों को हाथ में गोली लगी थी। तीनों लोग खतरे से बाहर इलाज के बाद आ गए थे।