रांची: कोविड के मरीजों के इलाज के लिए लगातार रांची में प्लाज्मा की डिमांड बढ़ रही है। इस समस्या को दूर करने के लिए अब रिम्स के बाद सदर अस्पताल में भी भी ब्लड सेपरेटर मशीन लगेगी। 70 लाख रुपये की कीमत वाली ब्लड सेपरेटर मशीन हॉस्पिटल में पहुंच गई है। तेजी से इसे इंस्टॉल करने का काम चल रहा है।
अगले महीने से ब्लड प्रॉसेसिंग की फैसिलिटी एक ही छत के नीचे शुरू होने की संभावना है। जिससे प्लाज्मा और ब्लड कंपोनेंट्स की समस्या दूर हो जाएगी। वहीं ब्लड की प्रॉसेसिंग के लिए अब बार-बार सदर के स्टाफ को रिम्स की दौड़ नहीं लगानी होगी। अभी तक यह व्यवस्था केवल रांची में ही है। इसके कारण लोगों को लगातार परेशानी हो रही थी।
प्लाज्मा, प्लेटलेट्स की नहीं होगी समस्या
ब्लड कंपोनेंट्स की सुविधा सदर के ब्लड बैंक में उपलब्ध नहीं है। इसके लिए रिम्स व प्राइवेट ब्लड बैंकों पर ही डिपेंड है। डिमांड अधिक होने के कारण रिम्स से भी लोगों को कंपोनेंट्स समय पर नहीं मिल पाता। मशीन चालू हो जाने से प्लाज्मा, प्लेटलेट्स और पैक्ड सेल के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं होगी। चूंकि ब्लड की प्रॉसेसिंग के दौरान उससे कंपोनेंट्स भी अलग किए जाएंगे, जिससे एक यूनिट ब्लड से 3 लोगों की जान बचाई जा सकेगी।