रांची: राज्य में कोरोना की संभावित तीसरे लहर से बच्चों को बचाने की कवायद तेज कर दी है. राज्य के सभी जिलों में बच्चों के इलाज की सुविधाएं बढ़ाई जा रहीं हैं. वहीं, कोरोना की संभावित तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए सभी जिला अस्पतालों में 20 बेड का ICU बनाने का निर्देश सभी सिविल सर्जनों को दिया गया है.
स्वास्थ्यकर्मियों को दी जाएगी विशेष ट्रेनिंग
कोरोना संक्रमण की आपात स्थिति में कैसे बच्चों को बचाया जाए इसके लिए शीघ्र ANM, GNM, स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. तीसरी लहर से पहले सरकार यह कोशिश कर रही है कि ऐसे माता-पिता जिनके बच्चे अभी छोटे हैं, उन्हें पहले वैक्सीनेट कर दिया जाए ताकि बच्चे के संक्रमित होने की स्थिति में माता-पिता को खतरा न हो.
शिशु रोग विशेषज्ञ की कमी दूर करने की कोशिश
राज्य में पीडियाट्रिक्स डॉक्टर की घोर कमी है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की कोशिश है कि जल्द ही अनुबंध पर चाइल्ड स्पेशियलिस्ट डॉक्टर बहाल कर लें. वहीं, दवा की क्या-क्या जरूरत तीसरी लहर में पड़ सकती है इसका भी आकलन किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के IEC अफसर सिद्धार्थ त्रिपाठी ने बताया कि संभावित थर्ड वेब के दौरान कितनी और कौन-कौन सी दवा की जरूरत पड़ सकती है इसका आकलन करने को कहा गया है.
डेंगू-चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए जून में अभियान
स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण रोकने के साथ-साथ डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए नगर निकाय के साथ मिलकर जून महीने में अभियान चलाएगी.