जमशेदपुरः टाटा सन्स प्राइवेट लिमिटेड की सौ प्रतिशत मालिकी की उपकंपनी टाटा डिजिटल लिमिटेड ने खाद्य और किराना उद्योग में भारत की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी सुपरमार्केट ग्रोसरी सप्लाइज प्राइवेट लिमिटेड बिगबास्केट में अधिकांश हिस्सेदारी खरीद ली है. उपभोक्ता ई-कॉमर्स क्षेत्र के सबसे तेजी से बढ़ रहे उद्यमों में से एक ई-ग्रोसरी में भारतीय उपभोक्ताओं की ओर से बढ़ती खपत और डिजिटल प्रसार की वजह से काफी तरक्की हो रही है. कोरोना महामारी में ज्यादातर लोग घरों से ही अच्छा राशन ऑनलाइन ऑर्डर करने की सुरक्षा और सुविधा के लाभ लेना पसंद कर रहे. जिससे यह उद्यम और भी ज्यादा बढ़ रहा है. टाटा के इस सौदे के बाद अब रीटेल सेक्टर में इनकी सीधी टक्कर मुकेश अंबानी की रिलायंस रीटेल, ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी दिग्गज कंपनियों से होगी.
खेतों से सीधे रसोई तक’ की आपूर्ति श्रृंखला
बिगबास्केट को 2011 में बेंगलूरू में शुरू किया गया था और अब तक यह भारत के 25 से भी ज्यादा शहरों में अपना स्थान बना चूका है. ई-ग्रोसरी में सबसे ज्यादा विविधतापूर्ण उत्पाद प्रस्तुत करने वाली और ग्राहकों की सहूलियत के अनुसार दिन और समय पर उनके घर पर किराना पहुंचाने वाली कंपनियों में से एक बिगबास्केट है. अपने ग्राहकों को अच्छे, ताजे फल और सब्जियां दिलाने के लिए यह कंपनी देश भर के 12 हजार से ज्यादा किसानों और कई कलेक्शन सेंटर्स की ‘खेतों से सीधे रसोई तक’ की आपूर्ति श्रृंखला भी चलाती है.
बिगबास्केट भारत की सबसे बड़ी ई-ग्रोसरी
माना जा रहा है कि कंपनी ने बिगबास्केट में करीब 64 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है. टाटा डिजिटल के सीईओ प्रतिक पाल ने बताया कि भारत में किसी भी व्यक्ति की ओर से की जाने वाली खपत का सबसे बड़ा हिस्सा होता है. किराना और बिगबास्केट भारत की सबसे बड़ी ई-ग्रोसरी कंपनी होने के नाते बहुत बड़ी उपभोक्ता डिजिटल इकोसिस्टम के निर्माण के हमारे उद्देश्य को पूरा करने के लिए सबसे सही है. टाटा डिजिटल के हिस्से के रूप में बिगबास्केट का स्वागत करते हुए हमें बहुत खुशी हो रही है.
बिगबास्केट के सीईओ हरी मेनन ने कहा कि टाटा ग्रुप के हिस्से के रूप में हमारे भविष्य के प्रति हम बहुत ही उत्साहित हैं. टाटा इकोसिस्टम में शामिल होकर हम ग्राहकों के साथ अधिक मजबूत जुड़ाव बना पाएंगे और हमारे सफर को तेज करने में सक्षम होंगे.