जमशेदपुर: एमजीएम थाना क्षेत्र में रविवार को 11 हजार वोल्ट का बिजली तार टूटकर पिपला डैम में गिर गया। इस दौरान डैम में नहा रही एक बुजुर्ग महिला समेत चार बच्चे करंट से झुलस गए और उनकी मौत हो गई। मृतकों में दो सगे भाई शामिल हैं। बिजली का तार डैम के ऊपर से गुजरा था और जर्जर स्थिति में था। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग पर NH-33 को 4 घंटे जाम रखा।
लोगों ने बिजली विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई और मुआवजे की मांग पर सड़क पर प्रदर्शन किया। जाम की वजह से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने के प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण मुआवजा मिलने पर ही सड़क को जाम मुक्त करने की बात पर अड़े रहे। इसके बाद बिजली विभाग के अधिकारी वहां पहुंचे। उन्होंने मृतक के आश्रितों को ढाई-ढाई लाख रुपए मुआवजा और घायल को भी उचित मुआवजा देने का आश्वासन दिया। तब ग्रामीणों ने सड़क जाम खत्म किया।
बिजली विभाग के अधिकारियों ने तत्काल मृतक के परिजनों को 50-50 हजार रुपए दिया। इसके बाद करीब 5 बजे ग्रामीणों ने NH को जाम मुक्त किया। इधर, सभी मृतकों के शव को पुलिस ने पोस्टमाॅर्टम के लिए भेज दिया है। बिजली विभाग के अधिकारियों ने जल्द जर्जर बिजली के तारों को बदलने का आश्वासन भी ग्रामीणों को दिया। वहीं, सांसद विद्युत वरण महतो ने भी मृतक के आश्रितों को 10-10 हजार रुपए दिया।
मृतकों में पिपला गांव की कुलाबेला महतो (65), कमल महतो (15), बिमल महतो (12) (दोनों भाई) और रोहित महतो (13) शामिल हैं। इनकी मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। एक मवेशी की भी करंट की चपेट में आने से मौत हुई है। इधर, डैम में ही नहा रहे सचिन महतो नामक युवक को स्थानीय लोगों ने किसी तरह बचा लिया। घटना के बाद लोग चारों को लेकर एमजीएम अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
ग्रामीणों ने कहा कि कई दिनों से बिजली के खंभे और तार की स्थिति जर्जर है। कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों से इसकी मरम्मत कराने की बात कही गई है लेकिन उनकी बात किसी ने नहीं सुनी। ग्रामीणों ने कहा- डैम में तार गिरने के तुरंत बाद बिजली विभाग को फोन किया गया। लेकिन करीब 20 मिनट बाद बिजली काटी गई।