घाटशिला थाना अंतर्गत राम अकबाल पाइन कॉलोनी में बटाईजोड़ नदी का जलस्तर बढ़ने से किनारे रह रहे लोगों को मंगलवार रात से काफी परेशान होना पड़ा। करीब 15 घरों में नदी का पानी घुस गया। इससे खाने-पीने के साथ ही घर में रखा सामान बर्बाद हो गया।
दरअसल, नदी पर रेलवे पुल निर्माण के दौरान मिट्टी डाल पानी के बहाव को कम किया गया था। मंगलवार से जारी बारिश की वजह से नदी का जलस्तर बढ़ा और किनारे को पार कर करीब 200 फीट दूर घरों में जा घुसा। वहीं, गुड़ाबांदा में भारी बारिश की वजह से डायवर्सन बह गया।
इधर, प्रशासन ने बुधवार को तुरंत कार्रवाई करते हुए जेसीबी की मदद से मिट्टी को कम कर नदी के बहाव को ठीक किया। इसके बाद घराें में जमा पानी बाहर निकला। राम अकबाल पाइन कॉलोनी में मंगलवार की रात घरों में पानी के घुसने से लोगों को रतजगा करना पड़ा। सभी लोग सामान को छोड़ सुरक्षित स्थान पर पहुंचे।
मानसून की शुरुआत में हो रही बारिश से नदी की इस स्थिति से लोग काफी परेशान हो गए हैं। आने वाले दिनों में बारिश के जोर पकड़ने पर उनके घरों में और ज्यादा पानी घुसने से जान और सामान की क्षति की संभावना और बढ़ गई है।
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन ने लोगों की क्षति का आंकलन कराया। वहीं, जांच में यह पता लगा कि बारिश से नदी में पानी बढ़ने के साथ ही रेलवे पुल निर्माण कार्य के लिए नदी में संबंधित स्थान पर मिट्टी डाल कर पानी के बहाव को कम किया गया था। CO राजीव कुमार ने पुल निर्माण ठेकेदार के प्रतिनिधि से बात कर JCB की मदद से नदी में पानी के बहाव को ठीक करवाया।
पुल निर्माण के लिए बनाया गया था डायवर्सन
इधर, घाटशिला के गुड़ाबांदा से कोइमा जाने वाली मुख्य सड़क पर नूतनडीह गांव के पास बना डायवर्सन बह गया। इससे इस रूट पर आवागमन बाधित हो गया। 5 साल पहले यहां पुल निर्माण को लेकर डायवर्सन बनाया गया था, जो लगातार भारी बारिश की वजह से बह गया। इससे 40 गांव का मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। ग्रामीणों ने बताया की जिस जमीन पर पुल पर बना है, उसका मुआवजा ग्रामीणों को नहीं मिला है। इस कारण पुल के दोनों छोर की सड़क को निर्माणाधीन रखा गया है। इसलिए डायवर्सन से ही लोगों का आना जाना होता है। इधर, थाना प्रभारी प्रभात कुमार ने इसकी सूचना मिलते ही पुल निर्माण करने वाले त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन के ठेकेदार से बात की और पुल को जल्द से जल्द शुरू करने को कहा।