अमेरिका की कंपनी नोवावैक्स की वैक्सीन सितंबर तक भारत में लॉन्च हो सकती है। इसे भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) कोवावैक्स के नाम से बनाएगा। SII ने गुरुवार को बताया कि हम सितंबर तक वैक्सीन को भारत में लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं। जुलाई से बच्चों पर इसका क्लीनिकल ट्रायल शुरु करने की योजना है।
ब्रिटेन में हुए ट्रायल
ब्रिटेन में हुए नोवावैक्स के तीसरे फेज के ट्रायल के नतीजे आ चुके हैं। इससे पहले कंपनी ने सोमवार को बताया था कि कोरोना वायरस के खिलाफ यह काफी असरदार साबित हुई है। वैक्सीन ने माइल्ड, मॉडरेट और सीवर डिजीज में 90.4% फाइनल एफिकेसी दिखाई है।
बेहतर रिजल्ट की वजह से जल्द ही इस वैक्सीन को इमरजेंसी यूज की मंजूरी मिलने की उम्मीद है। ये वैक्सीन अलग-अलग वैरिएंट्स से प्रोटेक्ट करने में भी कारगर रही है। दुनिया भर में वैक्सीन की कमी के बीच कंपनी ने ये नतीजे जारी किए थे।
200 करोड़ खुराक तैयार करेगा SII
नोवावैक्स और भारत की कंपनी SII ने कोरोना वैक्सीन के 200 करोड़ खुराक तैयार करने का करार किया है। अगस्त में यह डील साइन की गई थी। समझौते के मुताबिक, कम और मध्यम आय वाले देशों और भारत के लिए कम के कम 100 करोड़ खुराक का उत्पादन किया जाएगा।
अब ट्रायल के नतीजे आने के बाद कंपनी 2021 की तीसरी तिमाही में अमेरिका, यूके और यूरोप में इमरजेंसी यूज का अप्रूवल मांग सकती है।
विदेश में हो चुकी बच्चों पर ट्रायल की शुरुआत
नोवावैक्स विदेश में अपनी वैक्सीन के बच्चों पर ट्रायल की शुरुआत कर चुकी है। कंपनी ने 12-17 साल उम्र के 3,000 बच्चों पर ट्रायल्स शुरू किए हैं। हालांकि, इसे अब तक किसी भी देश में मंजूरी नहीं मिली है। इसमें शामिल हो रहे बच्चों की 2 साल तक निगरानी की जाएगी।
अमेरिका पहले ही कर चुका 12 हजार करोड़ की डील
नोवावैक्स ने अमेरिका को 10 करोड़ डोज देने के लिए करार किया है। यह सौदा 1.6 बिलियन डॉलर (करीब 12 हजार करोड़ रु.) का है। इसके साथ ही ब्रिटेन, कनाडा और जापान के साथ भी टीके की सप्लाई के लिए समझौते किए गए हैं।