जमशेदपुर। लॉकडाउन में चुपके से स्पा संचालित कर रहे जमशेदपुर के चर्चित होटल अलकोर को पुलिस ने रविवार को सील कर दिया। एसएसपी अनूप बिरथरे व सिटी एसपी सुभाषचंद्र जाट ने होटल पहुंच कर मामले की जांच की। सीसीटीवी और डीवीआर जांच करने का आदेश दिया है।इस मामले में शनिवार को पकड़ गए तीन और फरार एक महिला समेत तीन लोगों को रविवार को थाने बुला पूछताछ की जा रही है। यानी महिला समेत कुल छह लोगों से पूछताछ की जा रही है। एसएसपी ने कहा कि जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे जेल भेजा जाएगा। शनिवार को पुलिस ने इस होटल में छापेमारी की थी। जुगसलाई का रेलवे ठेकेदार रमेश मंगोतिया उर्फ लड्डू मंगोतिया, मानगो बैंकुठनगर का दीपक अग्रवाल, सीतारामडेरा ईस्ट कॉलोनी का रजत जग्गी हिरासत में लिए गए थे। वहीं सर्किट हाउस क्षेत्र का शरद पोद्दार, एक महिला व जुगसलाई का राहुल भाग गए थे। सभी रविवार को बिष्टुपुर, महिला थाना साकची व जुगसलाई थाने बुलाए गए। यहां इनसे पूछताछ चल रही है।
तीन पर लगाई गई थी जमानती धारा
शनिवार को पकड़े गए तीन लोगों पर जमानतीय धारा लगाई गई थी। जमानत पर पुलिस ने छोड़ दिया था। रविवार को इनसे पूछा गया कि होटल में सभी क्या करने गए थे? जवाब का खुलासा पुलिस ने नहीं किया है। यह मामला हाई प्रोफाइल होने की वजह से खूब पैरवी भी हो रही है। रविवार को पुलिस मुख्यालय के हस्तक्षेप के बाद एसएसपी और सिटी एसपी समेत अन्य पुलिस अधिकारी रेस रहे। दोपहर में होटल पहुंचे। मसाज पार्लर की ओर गए। कमरों की जांच की। फॉफ्रेंस हाल को भी देखा, जहां छापेमारी के दौरान बोतल, गिलास, चिप्स समेत अन्य सामान मिले थे। सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के लिए पुलिस डीवीआर थाना ले आई। गौरतलब है कि होटल में पुलिस ने स्पा यानी मसाज पार्लर खुले होने की जानकारी पर छापेमारी की थी। तब ठेकेदार समेत तीन लोग पकड़े गए थे। बिना जांच के सभी छोड़ दिए गए थे। होटल मालिक, मैनेजर, ठेकदार समेत सभी के खिलाफ लॉकडाउन उल्लघंन की प्राथमिकी दंडाधिकारी सूरज कुमार की शिकायत पर दर्ज की गई थी।
फेक आइडी पर होटल में ठहरी थी महिला
बताया जा रहा कि छापेमारी के दौरान चकमा देकर भागने वाले महिला 23 मार्च से होटल में ठहरी थी। यह बात भी सामने आ रही कि फेक आइडी पर ठहरी थी। उसने कोलकाता का नाम-पता दिया था। होटल में 69 कमरे हैं। मात्र एक कमरे में महिला रुकी हुई थी। इसका आइडी भी जुगसलाई के राहुल ने बनाया था। उधर, एसएसपी ने बताया कि मामले की जांच के लिए सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट के नेतृत्व में सीसीआर डीएसपी और साइबर डीएसपी को लगाया गया है। यह टीम हर पहलु पर जांच कर रही है। सवाल यह उठ रहा है कि अगर होटल में कुछ गलत नहीं हो रहा था तो वहां से तीन लड़कियां आखिर क्यों भाग गई। पुलिस ने उन्हें पकड़ने का प्रयास क्यों नहीं किया। छापेमारी में शामिल दंडाधिकारी ने खुद शिकायत में लिखा हैं कि दो-तीन लड़कियां भाग गई। ऐसा कैस हो गया?
मंत्री चंपई सोरेन ने कहा- होनी चाहिए सख्त कार्रवाई
उधर, कैबिनेट मंत्री चंपई सोरेन ने रविवार को कहा है कि छापेमारी में पकड़े गए तीन लोगों को बिना जांच-पड़ताल के छोड़ देना कहीं से उचित नहीं है। पुलिस को मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। इसी बीच खबर आ रही है की कोलहान DIG ने बिस्तुपुर थानेदार राजेश प्रकाश सिन्हा को निलंबित कर दिया है . उनपे आरोप था की वे लाखो रूपए ले कर मामला रफा दफा करने में लगे थे.