बोकारो इस्पात संयंत्र एक थर्मो सेंसिटिव प्लांट है जिसके अंदर संवेदनशील गैस पाइपलाइन का नेटवर्क है जिसे 24 घंटे कड़े सेफ्टी प्रोटोकॉल में रखा जाता है ताकि गैस पाइपलाइन नेटवर्क सुरक्षित रहे. बोकारो इस्पात संयंत्र के सभी गेट जाम कर दिये जाने की वजह से लगभग 5000 लोग प्लांट में 18 घंटे से अधिक समय से भूखे- प्यासे अंदर फंसे हैं. ऐसी स्थिति में प्लांट के सभी Blast Furnace के साथ -साथ अन्य प्रमुख उत्पादन इकाइयां जैसे कोक ओवन , सिंटर प्लांट, एस एम एस, हॉट स्ट्रिप मिल भी कल रात से ही पूरी तरह से बंद हो गए हैं. गौरतलब है कि प्रमुख उत्पादन इकाइयों के बंद होने से संवेदनशील गैस पाइपलाइन के सेफ्टी प्रोटोकॉल को कायम रखने में भी कठिनाई आ रही है हालांकि भूखे- प्यासे और रात भर जगे होने के बावजूद हमारे कर्मी अभी तक यथासंभव सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कर रहे है. पर यदि यही स्थिति आगे भी बनी रहती है तो सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन करना मुश्किल हो जाएगा जिससे प्लांट और शहर की सेफ्टी पर गंभीर खतरा उत्पन्न होने की संभावना है. इस गंभीर स्थिति को देखते हुए जन हित में आंदोलनकरियों से प्लांट गेट से अविलम्ब जाम हटाने की अपील की जाती है.