साहेबगंज जिले के बोरियो थाना क्षेत्र में फिर से रुबिका हत्याकांड दोहराया गया है। चटकी गांव के जंगल से खोपड़ी और मानव शरीर के 4 टुकड़े मिले हैं। पुलिस ने पूरे इलाके में तलाशी अभियान चला रखा है और शरीर के दूसरे टुकड़ों की तलाश कर रही है।
बुधवार को पुलिस को सूचना मिली की चटकी जंगल में इंसानी शरीर के कुछ टुकड़े मिले हैं साथ ही एक खोपड़ी भी मिली है। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची तो पुलिस को यहां से शरीर के कुछ टुकड़ों के साथ – साथ खून से सना नाइटी, चप्पल बाल और बाइक की चाबी मिली है। ये कपड़े लापता आंगनबाड़ी सेविका का हो सकता है। गांव वालों को कहना है कि सेविका लंबे समय से गायब है।
बता दें कि 27 अप्रैल से बोरियो प्रखंड के बांझी चटकी आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका मालोती सोरेन लापता थी। उनकी हत्या की आशंका जताई जा रही थी। इसी बीच चटकी पहाड़ पर मंगलवार की शाम एक महिला का शव मिला। खून से सने कपड़े 31 साल की लापता सेविका के बताए जा रहे हैं।
तीन दिन पहले आंगनबाड़ी सेविका की मां संजलि टुडू ने बेटी की लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। शिकायत दर्ज होने के बाद थाना प्रभारी जगन्नाथ पान ने महिला के पति और परिजनों से पूछताछ की थी। हालांकि, उसका कोई पता नहीं चला।
मालोती बोरियो संताली गांव की रहने वाली थी। उसकी शादी 2007 में बांझी चटकी गांव के प्रधान के पुत्र तलु किस्कू से हुई थी। उसके तीन बच्चे हैं, जिनमें रोबेन किस्कू, सलखु किस्कू व पूजा किस्कू शामिल हैं। मालोती की बहन रानी सोरेन ने बताया कि उसकी बहन ससुराल चटकी गांव जाना नहीं चाहती थी। उसके जीजाजी तालु किस्कू उसे जबरन घर लेकर चला गया। 19 अप्रैल को गम्हरिया की दूसरी लड़की से शादी कर ली और उसे अपने घर ले आया। रानी सोरेन ने बताया कि उसकी बहन से 27 अप्रैल की रात दो बजे बात हुई थी। इसके बाद से बातचीत बंद हो गई। इसके बाद वह अपनी बहन के घर चटकी गई थी लेकिन उसे धमका कर भगा दिया गया। शक होने पर अपनी मां के साथ थाने पहुंची और मामले की जानकारी दी। परिजनों का आरोप है कि महिला के पति ने ही हत्या कर शव को जंगल में टुकड़ों में करके फेंक दिया है पुलिस इस मामले में अभी जांच कर रही है प्राथमिक दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है।