भारतीय टीम के पूर्व कप्तान Mahendra Singh Dhoni की जर्सी नम्बर ‘7’ को विशिष्ट मानते हुए अब इसे किसी को जारी नहीं करेगा। महेंद्र सिंह धोनी के करियर को बेमिसाल मानते हुए उनकी जर्सी नं. 7 को भी बेमिसाल घोषित किया है। बीसीसीआई ने ‘7’ नम्बर की जर्सी को हमेशा-हमेशा के लिए रिटायर कर दिया है। यानी अब कोई भी भारतीय पुरुष क्रिकेटर नंबर-7 की जर्सी पहने हुए नजर नहीं आएगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का महेंद्र सिंह धोनी के योगदान को यह महान सम्मान है। इसलिए उसने इस नंबर को रिटायर करने का फैसला किया है। बता दें कि महेन्द्र सिंह धोनी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहे 3 साल हो गये हैं। इस दौरान यह नम्बर किसी भी खिलाड़ी को प्रदान नहीं किया गया और अब तो यह नम्बर किसी भी खिलाड़ी को प्रदान नहीं किया जायेगा।
यहां यह भी जानना जरूरी है कि इससे पहले भी एक और जर्सी के नम्बर को बीसीसीआई रिटायर कर चुका है। वह जर्सी है क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की नंबर-10 जर्सी। इसे भी BCCI ने रिटायर कर दिया है। यानी अब नंबर-7 और 10 की जर्सी में कोई भी भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी नहीं दिखेंगा।
शानदार रहा है धोनी का अंतरराष्ट्रीय करियर
महेन्द्र सिंह धोनी को आज जो सम्मान मिला है, वह उन्हें यूं ही नहीं मिला है। उन्होंने भारतीय क्रिकेट को बहुत कुछ दिया है। भारत को दो विश्व कप जिताने वाले एकमात्र भारतीय कप्तान हैं। धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 में टी-20 विश्व कप, 2011 में वनडे विश्व कप जीता था। इसके अलावा उनके नेतृत्व में ही 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी में भी कब्जा जमाया था। बल्ले और विकेट के पीछे उन्होंने जो कमाल किये हैं, वह अविस्मरणीय है। उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में कुल 538 मैच खेले थे। उन्होंने 90 टेस्ट मैचों में 38.09 की औसत से 4,876 रन बनाए थे। टेस्ट में उनके नाम 1 दोहरा शतक, 6 शतक और 33 अर्धशतक दर्ज हैं। वनडे क्रिकेट में उन्होंने 350 मैचों में 50.58 की औसत से 10,773 रन बनाए हैं, जिसमें उनके 10 शतक और 73 अर्धशतक शामिल रहे। टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में उन्होंने 98 मैचों में 37.60 की औसत से 1,617 रन बनाए थे।