Chaibasa Manrega Scam: झारखंड हाई कोर्ट ने मंगलवार को मनरेगा मामले में एक बड़ा फैसला लिया है. कोर्ट ने ईडी को मनरेगा घोटाले (Chaibasa Manrega Scam) की रिपोर्ट सौंप एक माह यानी 31 सितंबर तक जांच पूरा करने के निर्देश दिया है. कुल 490 करोड़ रुपए के गबन से मामला जुड़ा है. इस मामले में कई आईएएस अधिकारी भी आरोपी हैं. झारखण्ड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्र और जस्टिस आनंद की खंडपीठ ने मंगलवार को चाईबासा जिले में हुए 28 करोड़ रूपये की मनरेगा घोटाले की जांच की मांग को लेकर दाखिल एक जनहित याचिका पर सुनवाई की.
अदालत ने निर्देश दिया है कि ईडी इस मामले (Chaibasa Manrega Scam) की जांच तय सीमा के भीतर करे.मुख्य न्यायाधीश संजय कुमार मिश्रा एवं न्यायाधीश माआनंद सेन की खंडपीठ ने अपना फैसला सुनाते हुए राज्य सरकार को निर्देशित किया. इस मामले में दर्ज की गई अब तक की सारी एफआईआर की कॉपी ईडी को सौंपी जाए वही ईडी इस मामले की जांच एक माह में पूरी करें और छानबीन के बाद अगले एक्शन की जानकारी 31 सितंबर तक कोर्ट को सुपुर्द करें मामले की अगली सुनवाई 31 सितंबर निर्धारित की गई है.
सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने अदालत को जानकारी दी है कि वर्ष 2008- 2009, 2009- 2010, 2010 से 11 के वित्तीय वर्ष में लगभग 28 करोड़ रुपए की वित्तीय गड़बड़ी मनरेगा के तहत की गई मामले में चाईबासा पुलिस की ओर से 14 केस दर्ज किया जा चुके हैं बाद में मामले की जांच का जिम्मा पुलिस से लेकर एसीबी को दिया गया.