राजधानी से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां चित्रगुप्त नगर थाना क्षेत्र में आरजेडी नेता और प्रॉपर्टी डीलर राजकुमार राय उर्फ आला राय की गोली मारकर हत्या कर दी गई. बताया जा रहा है कि राजकुमार राय जैसे ही अपनी गाड़ी से घर के पास पहुंचे, पहले से घात लगाए अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.
जान बचाने की कोशिश में राजकुमार राय दौड़ते हुए पास के ही एक होटल के भीतर घुस गए. हमलावर भी पीछा करते वहां पहुंच गए और होटल के अंदर भी कई राउंड फायरिंग की. गोली लगने से राजकुमार बुरी तरह घायल हो गए. गोलीबारी के दौरान एक गोली होटल के फ्रिज को भी चीरती हुई निकल गई, जिससे उसका शीशा टूट गया.
घटना स्थल से 6 खोखा बरामद
गोलीबारी की सूचना पर स्थानीय पुलिस अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंची और घायल हालत में राजकुमार राय को तुरंत पीएमसीएच ले गई. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस को मौके से 6 खोखे बरामद हुए हैं. पटना पूर्वी के एसपी परिचय कुमार ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया.
परिजनों ने विरोध प्रदर्शन करने की दी चेतावनी
राजकुमार राय की बहन शिला देवी ने बताया कि उनका भाई आगामी चुनाव में राघोपुर सीट से किस्मत आजमाने की तैयारी कर रहा था. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे शव के साथ सड़क पर विरोध प्रदर्शन करेंगे.
राजनीतिक दुश्मनी या प्रॉपर्टी विवाद, जांच जारी
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर जब्त कर ली है और फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हत्या के पीछे राजनीतिक दुश्मनी है या प्रॉपर्टी से जुड़ा कोई विवाद है.
कानून-व्यवस्था पर फिर उठे सवाल
बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं है, जब पटना में इस तरह की हत्या हुई हो. हाल के महीनों में अपराध की कई सनसनीखेज वारदातें सामने आई हैं. जुलाई 2025 में कारोबारी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या की गई थी. उसी महीने रेत कारोबारी रामकांत यादव और वकील जितेंद्र महतो की भी हत्या हुई थी.
वहीं बीते साल सितंबर में भी बीजेपी नेता श्याम सुंदर शर्मा की हत्या की गई थी. एक बार फिर आरजेडी नेता को सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर गोलियों से छलनी कर देने से बिहार की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं, खासकर तब जब चुनावी माहौल नजदीक है.