देश की संसद का जब भी कोई सत्र होता है तो कांग्रेस के हाथ में कहीं न कहीं से बड़े-बड़े मुद्दे लग जाते हैं केन्द्र सरकार को घेरने के लिए। झारखंड में इसके बिलकुल उलट हुआ है। झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार से शुरू होने जा रहा है, लेकिन सत्ता पक्ष शुक्र मनाने की स्थिति में नहीं होगा, क्योंकि विपक्ष के हाथ में ‘धीरज साहू प्रकरण’ का एक बड़ा मुद्दा हाथ में लग गया है। इसलिए भाजपा इस मुद्दे को सदन में नहीं उठाये ऐसा हो ही नहीं सकता। इसलिए 5 दिनों तक चलने वाला झारखंड विधानसभा का यह शीतकालीन सत्र पूरी तरह से गर्म होने वाला है। लेकिन अन्दर खाने से यह खबर भी आ रही है कि कांग्रेस बचाव की मुद्रा के साथ साहू प्रकरण पर बचाव करते करती भी नजर आयेगी। कांग्रेस के पास अपनी छवि बचाने का भी सवाल है, एक सांसद के कारण वह अपनी छवि धूमिल नहीं होने देगी। वैसे भी कांग्रेस यह पहले भी कह चुकी है कि यह धीरज साहू का निजी मामला है, उससे कांग्रेस पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। इन सवालों के बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि सांसद धीरज साहू इन दिनों हैं कहां? अगर वाकई में सारा धन उन्हीं का है, तो फिर वह बचते क्यों फिर रहे हैं? कांग्रेस भी उन्हें ‘खानदानी रईस’ कह चुकी है, तब फिर वह सामने आकर क्यों नहीं कहते कि ‘हां-हां यह सारा धन मेरा है’।
धीरज साहू प्रकरण पर बाबूलाल मरांडी हेमंत सरकार पर लगातार हैं मुखर
धीरज साहू कैश प्रकरण पर भाजपा सरकार पर लगातार प्रहार कर रही है। गुरुवार को प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस मुद्दे पर सरकार पर हल्ला बोला था। उन्होंने कहा कि सांसद धीरज साहू के विभिन्न ठिकानों से आईटी की छापेमारी में बरामद 400 करोड़ रुपए से ज्यादा नकदी कांग्रेस पार्टी और हेमंत सोरेन का कालाधन है। मरांडी ने सांसद धीरज साहू की गिरफ्तारी और पूछताछ की मांग की है। उन्होंने कहा कि कोई कितना भी पुराना और बड़ा व्यापारी हो उसे इतनी नकद राशि घर में रखने की इजाजत नहीं है। और कोई रखता भी नहीं बशर्ते उसके पास कोई काला धन नहीं हो। बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि पार्टी जनता की नजरो में धूल झोंक रही है। कांग्रेस को तो सब पता है।
सदन में उठेगा स्थानीयता का मुद्दा
धीरज साहू मामला सदन को गर्ग तो करेगा। लेकिन यह मामला तब और भी गर्म हो जायेगा जब सत्ता पक्ष की ओर से स्थानीय मुद्दा सदन पटल पर लाया जायेगा। वैसे भी हेमंत सोरेन सरकार इस समय पूरी तरह से इलेक्शन के मूड में आ गयी है। गुरुवार को सीएम आवासीय परिसर में झामुमो कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कार्यक्रम में सीएम हेमंत सोरेन अगले साल के लोकसभा चुनाव के लिए तैयार रहने के निर्देश दे चुके हैं।