प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बिहार भाजपा के प्रोटोकॉल प्रभारी राजीव मिश्रा ने उनके नाम की संपूर्ण व्याख्या करते हुए एक अनुपम रचना कर डाली। जिसे उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार प्रवास के दौरान उन्हें एक फोटो फ्रेम में तैयार करवा कर भेंट किया। प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में राजीव मिश्रा के द्वारा लिखित इस अनुपम रचना को लेकर चर्चाएं तेज है। इस अनुपम रचना को देखकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गदगद हो गए।
न रे : नभ तारों के सेज से, : रेत भूमि की शक्ति तक,: न्याय वंदन की अलख जगाक: द्रव्य दिशा की अर्पण देकर: मोहित कर दे दूनिया को: दीवारों को तोड़कर सबको गले लगाया है।
नभ तारों के सेज से मतलब चंद्रयान और गगनयान सहित सभी अंतरिक्ष सफलता का श्रेय ,
रेत भूमि की शक्ति तक,
मतलब कच्छ गुजरात में दुनिया का सबसे बड़ा सोलर एनर्जी प्लांट लग रहा है, जिससे भारत के 20 करोड़ लोग लाभान्वित होंगे और यह मोदी जी ने 2009 में ही मुख्यमंत्री रहते कहा था कि जो कच्छ आज अपनी गर्मी के कारण दुनिया से दूर है, हम उसी गर्मी की शक्ति को दुनिया को दिखाएंगे।
न्याय वंदन की अलख जगाकर,
मतलब, तीन तलाक से निजात दिलवाया, शक्ति वंदन और नारी वंदन कार्यक्रम से महिलाओं को अनेक लाभ दिए और उनको सशक्त बनाया।
द्रव्य दिशा की अर्पण देकर,
मतलब जन धन योजना, किसानों को सीधा खाते में उनकी राशि पहुँचाना और स्टार्टअप की योजना को आगे बढ़ाया।
मोहित कर दे दुनिया को,
मतलब, जिनका ढंका पूरी दुनिया में बज रहा है।
दीवारों को तोड़कर सबको गले लगाया है,
मतलब, सभी बंधन को तोड़कर, हर जात और समुदाय को गले लगाया है और उनका चरण वंदन किया है।