बिहार चुनाव 2025: प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने जारी की दूसरी सूची, 65 प्रत्याशियों का ऐलान
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के सियासी दंगल में इस बार माहौल और भी गर्म हो गया है। प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने दूसरी सूची जारी कर दी है, जिसमें कुल 65 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। पार्टी ने खास तौर पर अति पिछड़ा समाज के लिए 70 टिकट देने का ऐलान किया है। इस कदम ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है।
भागलपुर से अभयकांत झा का मुकाबला
प्रशांत किशोर ने भागलपुर दंगों का जिक्र करते हुए कहा कि अभयकांत झा ने दंगा पीड़ितों के लिए नि:शुल्क केस लड़कर 850 परिवारों का पुनर्वास कराया और मुआवजा दिलाया। बड़े दलों और नेताओं ने इस मामले में कदम नहीं रखा, लेकिन अब अभयकांत झा जन सुराज पार्टी के माध्यम से बिहार में बदलाव लाने के लिए मैदान में हैं।
पूर्व मंत्री रामचंद्र सहनी भी जुड़े पार्टी से
रामचंद्र सहनी ने कहा कि वे 2005 से 2010 तक मंत्री रहे और 2020 तक विधायक रहे। उम्र के कारण 2020 में भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया, लेकिन अब वे जन सुराज पार्टी में शामिल होकर पार्टी के गढ़ को मजबूत करने का काम करेंगे। प्रशांत किशोर ने बताया कि तीन साल के प्रयास के बाद सहनी को पार्टी में लाना संभव हुआ।
दूसरी सूची में 65 प्रमुख उम्मीदवार
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अनुसूचित जाति: 19
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सामान्य श्रेणी: 46
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अति-पिछड़ा: 14
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मुसलमान: 4
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ईबीसी: 10
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अल्पसंख्यक: 14
कुछ प्रमुख उम्मीदवार:
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पश्चिमी चंपारण 6 – नौतन, संतोष चौधरी
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पूर्वी चंपारण 10 – रक्सौल, कपिलदेव प्रसाद उर्फ भुवन पटेल
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भागलपुर 156 – अभयकांत झा
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पटना – ग्रामीण 188 – फुलवारी (एससी), प्रो. शशिकांत प्रसाद
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गया 231 – टिकारी, डॉ. शशि यादव
(कुल सूची में 65 नाम शामिल, जिसमें विभिन्न जिलों के उम्मीदवार शामिल हैं।)
प्रशांत किशोर का नाम अभी खाली
पहली और दूसरी सूची में ध्यान देने वाली बात यह है कि प्रशांत किशोर का नाम सूची में नहीं है। राघोपुर सीट को फिलहाल खाली रखा गया है और संभावना है कि वे इसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
कुल स्थिति:
पहली सूची में 51 और दूसरी सूची में 65 नामों के साथ अब तक कुल 116 सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित हो चुके हैं। यह कदम पार्टी के चुनावी रणनीति और अति पिछड़ा समाज को मजबूत प्रतिनिधित्व देने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।