साहिबगंज जिला अंतर्गत बांझी चटकी में आंगनबाड़ी सेविका का शव कई टुकड़ों में मिला था। घटना 27 अप्रैल की है जहां पिता तलु किस्कू ने मां मालोती की हत्या कर दी थी। बेटे रोबेन किस्कू ने बताया कि पिता मां को लेकर झरने पर गये थे। पिता ने मारपीट कर मालोती का सिर भी फोड़ दिया था। शाम को कपड़े पर लगा खून साफ करने के बहाने मालोती को झरने पर ले गया था। रोबेन ने जब रात को उसने पिता से पूछा कि मां कहां है, तो तलु ने उल्टा सवाल किया कि क्या तुम्हारी मां तुम्हें बताकर नहीं गई कि कहां जा रही है। पिता ने बेटे के सामने अनजान बनने की कोशिश की।
रोबेन ने बताया कि उसका पिता तलु अक्सर किसी महिला से फोन पर बात किया करता था जिसका उसकी मां मालोती विरोध करती थी। रोबेन ने बताया कि उसे उसके दादा-दादी ने भी धमकाया था कि यदि पुलिस ने मां के बारे में सवाल किया तो कुछ मत बताना। पिता द्वारा मां के साथ मारपीट किए जाने की बात को भी छुपाने की हिदायत दी गई थी। रोबेन का आरोप है कि दादा-दादी ने चेतावनी दी थी कि यदि पुलिस को कुछ बताया तो तुम लोगों को भी जान से मार देंगे। जानकारी मिली है कि पति की प्रताड़ना की वजह से मालोती पिछले 1 साल से बोरियो संताली स्थित अपने मायके में रहती थी। इसी अप्रैल को रोबेन का नामांकन बीरबल कांदर स्थित एक स्कूल में हुआ था। तब से वह पिता के पास चटकी में रह रहा था। मालोती की हत्या के बाद उसके तीनों बच्चे दहशत में है। फिलहाल तीनों बच्चे अपने नाना-नानी के पास बोरियो संताली में रह रहे हैं। उन्हें अब भी मालोती का इंतजार है।