जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन हो गया है। 79 वर्षीय मलिक ने दिल्ली के राममनोहर लोहिया (RML) अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनका लंबे समय से अस्पताल में इलाज चल रहा था। वह जम्मू-कश्मीर, मेघालय और गोवा में गर्नवर के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
सत्यपाल मलिक को क्या बीमारी थी?
11 मई को उन्हें पेशाब से जुड़ी समस्या होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह किड़नी की समस्या से जूझ रहे थे, इस वजह से उन्हें ICU में शिफ्ट करना पड़ा था।
कई राज्यों में रहे राज्यपाल
वह बिहार, गोवा, मेघालय और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के पद पर रहे थे। उनके निधन पर देश के प्रमुख नेताओं ने शोक जताया है। उनको देश एक कुशल राजनीतिज्ञ के तौर पर जानता था।
जब वह राज्यपाल के पद पर कार्यरत थे, तभी जम्मू-कश्मीर से धारा-370 को समाप्त किया गया था। जिस कारण से जम्मू-कश्मीर को मिलने वाला स्पेशल स्टेट्स खत्म हो गया था। इसके बाद जम्मू-कश्मीर में काफी सुधार देखने को मिला था। इसी कारण से राज्य में आतंकी घटनाओं में कमी देखी गई।
सत्यपाल मलिक का राजनीतिक सफर
सत्यपाल मलिक भारतीय राजनीति के एक अनुभवी नेता रहे हैं। वे जम्मू-कश्मीर, गोवा, मेघालय और बिहार जैसे राज्यों के राज्यपाल रह चुके हैं। किसान आंदोलनों और सरकार की नीतियों को लेकर बेबाक राय रखने के लिए वे हमेशा चर्चा में रहे।
उत्तर प्रदेश के बागपत जिले से ताल्लुक रखने वाले मलिक छात्र राजनीति से लेकर संसद तक का सफर तय कर चुके हैं। वे राज्यसभा और लोकसभा दोनों के सदस्य रह चुके हैं और कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं।