गिरिडीह: जिला पुलिस ने इस बार सात साइबर अपराधियों को पकड़ा है. इन अपराधियों के पास से 17 मोबाइल बरामद किए गए हैं. इनके अलावा फरार चल रहे दो अन्य साइबर अपराधी को भी गिरफ्तार किया गया है. इस सफलता की जानकारी एसपी दीपक कुमार शर्मा ने दी.
जिनकी गिरफ्तारी हुई उनमें गांडेय थाना इलाके के मंडरडीह निवासी ताज़ हुसैन (पिता- कलीम अंसारी), खुर्शीद अंसारी (पिता- मो अमजद अंसारी), अनीस अंसारी (पिता- मुस्ताक अंसारी), जोकटियाबाद निवासी मुकेश तिवारी (पिता- राजेंद्र तिवारी), बेंगाबाद के देवाटांड निवासी टार्जन अंसारी (पिता- बलाउद्दीन अंसारी), महबूब अंसारी (पिता- समसूर आंसरी), मो साबिर (पिता- सीतो मियां) शामिल हैं. इसके अलावा दो अन्य फरार अभियुक्त बिरनी के करमाटांड निवासी विशाल मंडल व बाराडीह निवासी गोविन्द कुमार मंडल शामिल हैं.
प्रतिबिंब एप से मिला सहयोग:एसपी ने बताया कि प्रतिबिंब पोर्टल के माध्यम से एक फर्जी नंबर के संदर्भ में जानकारी मिली. ऐसे में साइबर डीएसपी संदीप सुमन की अगुवाई में टीम का गठन किया गया और छापेमारी की गई. इस दौरान चार साइबर अपराधियों को पकड़ा गया और प्रतिबिंब एप से मिले फर्जी नंबर को बरामद किया गया.
गांडेय से धराए तीन शातिर:दूसरी तरफ गांडेय क्षेत्र में साइबर अपराधियों की सक्रियता की सूचना पर एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह को छापेमारी के निर्देश दिया गया. एसडीपीओ ने मॉनिटरिंग की और गांडेय पुलिस ने तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया.
अपराध का तरीका:एसपी ने बताया कि 9 में सात अपराधी ऐसे हैं जो डॉक्टर का फर्जी वेबसाइट बनाकर उसमें अपना नंबर डाल देते थे. जब कोई पीड़ित या बीमार व्यक्ति अपने इलाज के लिए इंटरनेट को सर्च करता हैं और इस तरह वेबसाइट में दर्ज मोबाइल नंबर से सम्पर्क करते हैं तो इनके जाल में जा फंसते हैं.
चार वर्ष से फरार था मुकेश तिवारी:एसपी ने बताया कि इस बार साइबर पुलिस ने जिस मुकेश तिवारी को गिरफ्तार किया है वह काफी शातिर है. मुकेश की खोज पिछले चार वर्ष से की जा रही थी. बताया कि मुकेश से कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है.