सुप्रीम कोर्ट का आदेश सामने आया है जिसमें उसने कहा कि झारखंड हाई कोर्ट पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का लम्बित फैसला सुना सकता है, भले ही उनकी एक याचिका पर उसके यहां सुनवाई चल रही है। बता दें कि झारखंड हाई कोर्ट में फैसला सुरक्षित रखे जाने बाद भी जब लम्बे समय तक फैसला नहीं सुनाया गया तब हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। सुप्रीम कोर्ट में हेमंत सोरेन की इस याचिका पर 6 मई को अगली सुनवाई होनी है।
इससे पहले लैंड स्कैम में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी हेमंत सोरेन की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में 29 अप्रैल को सुनवाई हुई थी। हेमंत सोरेन का मामला सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की कोर्ट में सूचीबद्ध है। पिछली सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने वेबसाइट पर सुनवाई के बाद जो आदेश अपलोड किया है उसके मुताबिक शीर्ष अदालत में मामला विचाराधीन रहने के दौरान हाईकोर्ट अपना फैसला सुना सकता है, जो 28 फरवरी की सुनवाई के बाद सुरक्षित रखा गया है।
बता दें कि झारखंड हाई कोर्ट में जमानत याचिका पर सुनवाई होने और फैसले सुरक्षित रखे हुए जब 55 दिन हो गये हैं तब हेमंत सोरेन सुप्रीम कोर्ट पहुंचे ताकि हाई कोर्ट का फैसला क्या है, उसे जल्द से जल्द सुनाया जा सके। हेमंत ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से शीर्ष अदालत में क्रिमिनल एसएलपी (स्पेशल लीव पिटीशन) दाखिल की है। हेमंत सोरेन ने अपनी याचिका में कोर्ट से गुहार लगाते हुए कहा कि झारखंड हाईकोर्ट ने उनकी याचिका पर सुनवाई 28 फरवरी को पूरी कर ली और अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है।