HEC protest: एचईसी के कामगारों के भुगतान को लेकर एचईसी कर्मियों CISF जवानों की कार्रवाई के विरोध में गुरुवार को एचईसी का मेन गेट जाम कर दिया। दरएसल, एचईसी कर्मी बुधवार को महीनों से लम्बित वेतन के भुगतान की मांग को लेकर एचईसी के निदेशकों के पास पहुंचे थे। लेकिन जब बात नहीं बनी तो कर्मियों ने एचईसी के निदेशकों को 9 घंटे तक बंधक बना कर रखा। हालांकि बाद में सीआईएसएफ जवानों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया। निदेशकों को कर्मियों से छुड़ाने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। पुलिस के लाठी चार्ज में करीब आधा दर्जन एचईसी कर्मी घायल भी हुए। एचईसी कर्मियों ने एचएमबीपी बिल्डिंग में तीन निदेशकों को बंधक बना लिया था। जिन्हें पुलिस ने बाहर निकाला।
घटना बुधवार सुबह करीब 11 बजे की है। एचईसी कर्मी वेतन भुगतान की मांग को लेकर निदेशकों के पास पहुंचे थे। लेकिन निदेशक न तो कर्मियों से वार्ता के लिए तैयार थे और न ही वेतन भुगतान के बारे में कुछ भी स्पष्ट करने की स्थिति में थे। इसी से नाराज होकर एचईसी कर्मियों ने उत्पाद निदेशक, वित्त निदेशक और मार्केटिंग निदेशकों को बंधक बना लिया। सभी निदेशक करीब 9 घंटे एचएमबीपी बिल्डिंग में बंधक बने रहे। जिन्हें सीआईएसफ जवानों ने लाठी चार्ज कर छुड़ाया।
एचईसीसी कर्मियों के वेतन भुगतान राजनीतिक मुद्दा भी बन चुका है
बता दें, महीनों से एचईसी कर्मियों के वेतन भुगतान का मुद्दा राजनीतिक मुद्दा भी बन गया है। पिछले दिनों रांची के सांसद संजय सेठ और पलामू के सांसद बीडी राम ने भारी उद्योग सचिव अरुण गोयल से नई दिल्ली में मुलाकात की। केंद्र सरकार के भारी उद्योग सचिव से मुलाकात के दौरान सांसदों ने उन्हें एचईसी की स्थिति से अवगत कराया। लंबे समय से चल रही मजदूरों की हड़ताल, मजदूरों की आर्थिक स्थिति, उनकी पारिवारिक स्थिति के साथ एचईसी की जमीनी हकीकत से भी रूबरू कराया।