प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal को दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले की जांच के क्रम में पूछताछ के लिए बुलाया था। बुधवार को खबर आयी कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ईडी के सम्मुख पेश होंगे और उसके सवालों का जवाब देंगे। आखिरकार कुछ ही घंटों में ऐसा क्या हो गया कि उन्होंने अपना इरादा बदल दिया।
खबर यही है कि अरविंद केजरीवाल आज मध्यप्रदेश के सिंगरौली चुनाव प्रचार के लिए जा रहे हैं। वहां पर पंजाब के सीएम भगवंत मान होंगे और दोनों मिलकर रोड शो करने वाले हैं। बता दें कि मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। यहां यह सवाल उठता है कि जब अरविन्द केजरीवाल को सिंगरौली दौरा तय था तब फिर उन्होंने एक दिन पहले (बल्कि कुछ घंटे पहले ) यह क्यों कहा कि वह ईडी के सामने उपस्थित होकर उसके सवालों का जवाब देंगे।
शराब घोटाले को लेकर मुश्किल में है दिल्ली सरकार
यहां यह बताना जरूरी है कि दिल्ली सरकार की नयी शराब नीति में हुए कथित घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री समेत कई मंत्रियों पर आफत आयी हुई है। मंत्री सत्येन्द्र जैन और मंत्री मनीष सिसोदिया तो पहले ही जेल पहुंच चुके हैं। कई अन्य मंत्री, अधिकारी और कारोबारी ईडी और सीबीआई की जद में हैं। मुख्यमंत्री केजरीवाल के भी लपेटे में आने की अटकलें पहले से लगाई जा रही थीं, हुआ भी वही ईडी ने इसी कांड में पूछताछ के लिए बुला भी लिया। जैसे ही ईडी ने केजरीवाल को पूछताछ का नोटिस भेजा बीजेपी उन पर हमलावर हो गई है। दिल्ली बीजेपी के नेता हरीश खुराना ने केजरीवाल को घेरते हुए कहा कि कहा है कि 2 दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी शराब घोटाले के आरोपी मनीष सिसोदिया की जमानत अर्जी ठुकराते हुए माना लिया है कि इस मामले में 338 करोड़ रुपए के मनी ट्रेल के सुबूत हैं। खुराना ने सीधे-सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि मनी ट्रेल हो और उनको इस बारे में पता न हो।
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