कांग्रेस सांसद धीरज साहू (Dhiraj Sahu) से संबंधित ठिकानों पर आईटी की छापेमारी मंगलवार को समाप्त हो गई. इसके बाद आयकर अधिकारी और सीआईएसएफ कर्मी चले गए. धीरज साहू से संबंधित ठिकानों पर छह दिन तक आईटी छापेमारी जारी रही. इससे पहले सोमवार तक आयकर विभाग की टीम ओडिशा के बलांगीर स्थित सूदपाड़ा में बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के परिसर में छापेमारी कर रही थी. वहीं दूसरी ओर जब्त किए गए पैसे को आयकर विभाग के बलांगीर एसबीआई शाखा में जमा करा दिया गया है.
बलांगीर और टिटिलागढ़ से 310 करोड़ नकद मिले. मुख्य रूप से बलांगीर और टिटिलागढ़ में शराब की भट्टियों से भारी नकदी जब्त की गई. मामले की जांच चल रही है. साहू ग्रुप पर टैक्स चोरी का आरोप लगा हुआ है. इसी कड़ी में बीते 6 दिसंबर को छापेमारी की कार्रवाई शुरू हुई थी. अधिकारियों ने कुल 176 बैग में नकदी को रखा था. नकदी की गिनती के काम में इनकम टैक्स और अलग-अलग बैंकों की करीब 80 अधिकारियों की 9 टीमें जुटी थीं. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘भारत में, ‘मनी हीस्ट’ स्टोरी की जरूरत किसे है, जब आपके पास कांग्रेस पार्टी है, जिसकी डकैतियां 70 वर्षों से प्रसिद्ध हैं और गिनती में आने वाली हैं!’
बता दें कि धीरज साहू के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन किया था और संसद भवन के परिसर में भी विरोध किया था. रिपोर्ट के मुताबिक करीब 40 मशीनों से नोटों की गिनती की गई थी. कुछ अन्य जगहों के अलावा जब नकदी से भरी 10 अलमारियां मिलीं तो सुरक्षा कर्मी, ड्राइवर और अन्य कर्मचारी सहित 200 अधिकारियों की एक और टीम को शामिल किया गया. अधिकांश नकदी ओडिशा में बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े परिसरों से बरामद की गई है.
छापेमारी के दौरान इनकम टैक्स की जांच टीम ने मामले के संबंध में कंपनी के अलग-अलग अधिकारियों और अन्य लोगों के बयान दर्ज किए. कुछ कैश साहू के पार्टर्स के घर मिला है. बता दें कि कथित तौर पर धीरज साहू का परिवार एक प्रमुख शराब निर्माण कारोबार में शामिल है और वो ओडिशा में ऐसी कई फैक्ट्रियों के मालिक हैं. वहीं इतनी भारी मात्रा में कैश बरामद होने पर कांग्रेस पार्टी ने भी धीरज साहू का साथ छोड़ दिया है.