राजधानी रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के जेलर मो मुस्तकीम अंसारी को सस्पेंड कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि कार्य में लापरवाही और बिना सूचना के गायब रहने को लेकर आईजी सुदर्शन मंडल ने जेलर को निलंबित कर दिया है. हालांकि जेलर को निलंबित करने को लेकर कई तरह के चर्चाएं चल रही है.
बिना सूचना दिए गायब होने का आरोप
दरअसल, जेलर मो मुस्तकीम अंसारी विभाग को बिना कोई नोटिस दिए पंद्रह से बीस दिनों तक ड्यूटी से गायब थे. विभाग द्वारा जब यह बात आईजी के पहुंची तो उन्होंने जेलर मो मुस्तकीम अंसारी को सस्पेंड कर दिया. मुस्तकीम के निलंबन के बाद सहायक जेलर देवनाथ राम को जेलर का प्रभार सौंप दिया गया है. जेल आईजी सुदर्शन मंडल ने बताया कि कर्तव्य से बगैर सूचना गायब रहने के आरोप में जेलर को निलंबित किया गया है.
धनबाद में भी हुए थे सस्पेंड
इससे पहले मुस्तकीम अंसारी धनबाद के जेल में जेलर थे. जहां धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था. निलंबन मुक्त होने के बाद उन्हें रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के जेलर बनाया गया था. जेलर मुस्तकीम अंसारी के निलंबन को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही है. कुछ लोगों के द्वारा यह भी बात सामने आ रही है कि केंद्रीय एजेंसी के द्वारा जेल से जुड़ी इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य मांगे गए थे. उन्हीं साक्ष्यों को उपलब्ध कराने के कारण जेलर पर कार्रवाई की बात सामने आयी. हालांकि कारा विभाग ने ऐसी किसी बात से इंकार किया है.