Mann Ki Baat: पीएम मोदी मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश में कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है, जिसमें देश की नारी शक्ति पीछे रह गई हो। एक और क्षेत्र, जिसमें महिलाओं ने अपनी नेतृत्व क्षमता का बेहतरीन प्रदर्शन किया है, वो है- प्राकृतिक खेती, जल संरक्षण और स्वच्छता।
मार्च में लागू हो सकती है चुनाव आचार संहित
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘यह 110वां एपिसोड है और ऐसा हो सकता है कि देश में मार्च में चुनाव आचार संहिता लागू हो जाए।’ पिछले आम चुनाव के समय भी ऐसे ही मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण कुछ महीनों के लिए बंद हो गया था। पीएम मोदी ने कहा कि ‘जब हम अगली बार मिलेंगे तो वो 111वां एपिसोड होगा और यह एक शुभ नंबर है और अगली बार इस नंबर से शुरू करने से अच्छा और क्या होगा।’
पीएम मोदी ने कहा कि ‘कुछ दिन पहले ही चुनाव आयोग ने एक और अभियान की शुरुआत की है – ‘मेरा पहला वोट – देश के लिए’। इसके जरिए विशेष रूप से first time voters से अधिक-से-अधिक संख्या में मतदान करने का आग्रह किया गया है। भारत को जोश और ऊर्जा से भरी अपनी युवा शक्ति पर गर्व है। हमारे युवा-साथी चुनावी प्रक्रिया में जितनी अधिक भागीदारी करेंगे, इसके नतीजे देश के लिए उतने ही लाभकारी होंगे।’
पीएम मोदी ने कई गुमनाम नायकों का किया जिक्र
प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में जम्मू कश्मीर के गांदरबल के मोहम्मद मानशाह द्वारा गोजरी भाषा संरक्षित करने के प्रयासों की सराहना की। साथ ही अरुणाचल प्रदेश के तिरप के बनवंग लोसू जी के वांचो भाषा के प्रसार में योगदान की तारीफ की। प्रधानमंत्री ने कर्नाटक के वेंकप्पा अंबाजी सुगेतकर की सराहना करते हुए कहा कि सुगेतकर एक लोक गायक हैं, जिन्होंने 1000 से ज्यादा गोंधली गाने गए हैं। लोक गायन के जरिए वे इस भाषा में कहानियों का खूब प्रचार-प्रसार करते हैं।
मुसहर जाति के लिए काम कर रहे भीम सिंह भवेश
‘ऐसे ही एक व्यक्ति हैं – बिहार में भोजपुर के भीम सिंह भवेश। बिहार में मुसहर एक अत्यंत वंचित समुदाय रहा है। भीम सिंह भवेश इसी समुदाय के बच्चों की शिक्षा पर फोकस कर रहे हैं। भवेश ने मुसहर जाति के करीब 8 हजार बच्चों का स्कूल में दाखिला कराया। उन्होंने एक लाइब्रेरी बनवाई, जिसमें बच्चों की पढ़ाई-लिखाई की बेहतर सुविधा मिल रही है।’
‘ऐसे ही एक व्यक्ति हैं – बिहार में भोजपुर के भीम सिंह भवेश। बिहार में मुसहर एक अत्यंत वंचित समुदाय रहा है। भीम सिंह भवेश इसी समुदाय के बच्चों की शिक्षा पर फोकस कर रहे हैं। भवेश ने मुसहर जाति के करीब 8 हजार बच्चों का स्कूल में दाखिला कराया। उन्होंने एक लाइब्रेरी बनवाई, जिसमें बच्चों की पढ़ाई-लिखाई की बेहतर सुविधा मिल रही है। भीम सिंह समुदाय के सदस्यों के जरूरी दस्तावेज बनवाने और उन्हें जागरुक करने में भी मदद करते हैं। उन्होंने समुदाय के लोगों के लिए 100 से ज्यादा मेडिकल कैंप लगवाए हैं और कोरोना महामारी के दौर में क्षेत्र के लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए भी प्रोत्साहित किया।’
माणिकास्तु एग्रो दे रहा बकरी पालन को बढ़ावा
प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में बताया ‘ओडिशा के कालाहांडी में बकरी पालन, गांव के लोगों की आजीविका के साथ-साथ उनके जीवन स्तर को ऊपर लाने का भी एक बड़ा माध्यम बन रहा है। इस प्रयास के पीछे जयंती महापात्रा और उनके पति बीरे साहू जी का एक बड़ा फैसला है। ये दोनों बेंगलुरु में मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स थे, लेकिन इन्होंने ब्रेक लेकर कालाहांडी के सालेभाटा गांव आने का फैसला किया। इन दोनों ने माणिकास्तु एग्रो की स्थापना की और किसानों के साथ काम शुरू किया। इन दंपति ने माणिकास्तु गोट बैंक भी खोला है। ये सामुदायिक स्तर पर बकरी पालन को बढ़ावा दे रहे हैं। माणिकास्तु गोट बैंक ने किसानों के लिए एक पूरा सिस्टम तैयार किया है।’
वन्य जीवों की भलाई के लिए हो रहे इनोवेशन
पीएम मोदी ने कहा ‘3 मार्च को ‘विश्व वन्य जीव दिवस’ है। इस दिन को वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस वर्ष World Wild Life Day की थीम में डिजिटल इनोवेशन को सर्वोपरि रखा गया है। पिछले कुछ वर्षों में सरकार के प्रयासों से देश में बाघों की संख्या बढ़ी है।’ पीएम ने कहा कि आज युवा उद्यमी भी वन्य जीव के लिए नए-नए इनोवेशन कर रहे हैं। एक युवा ने ऐसा ड्रोन तैयार किया है, जिससे नदी में घड़ियालों पर नजर रखने में मदद मिल रही है। एआई और इंटरनेट ऑफ थिंग्स पर भी काम हो रहा है। वन्य जीवों के संरक्षण की दिशा में हमारे देश की जैव विविधता समृद्ध हो रही है। हमारे देश में प्रकृति और वन्य जीवों के साथ सह-अस्तित्व के साथ रहते आए हैं।’
Mann Ki Baat: तीन महीने तक नहीं होगी ‘मन की बात’, प्रधानमंत्री बोले- 111 नंबर से शुरुआत से अच्छा और क्या होगा
‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने नारी शक्ति की चर्चा की और कहा कि कुछ वर्ष पहले तक किसने सोचा था कि हमारे देश में, गांव में रहने वाली महिलाएं भी ड्रोन उड़ाएंगी। लेकिन आज ये संभव हो रहा है। आज तो गांव-गांव में ड्रोन दीदी की इतनी चर्चा हो रही है, हर किसी की जुबान पर नमो ड्रोन दीदी, नमो ड्रोन दीदी ये चल पड़ा है। हर कोई इनके विषय में चर्चा कर रहा है। आज गांव-गांव में ड्रोन दीदी की चर्चा हो रही है। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान सीतापुर की एक नमो ड्रोन दीदी से बात की। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा मिशन लखपति दीदी बनाने का है।
आज देश में कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है, जिसमें देश की नारी शक्ति पीछे रह गई हो। एक और क्षेत्र, जिसमें महिलाओं ने अपनी नेतृत्व क्षमता का बेहतरीन प्रदर्शन किया है, वो है- प्राकृतिक खेती, जल संरक्षण और स्वच्छता।