इंडियन बैंक के ग्राहकों के लिए दो बड़ी अपडेट सामने आई है। सेविंग्स अकाउंट से जुड़े नियम बदले गए हैं। सरकारी बैंक ने लोन के ब्याज दरों में भी संशोधन किया है। जिसका असर लाखों ग्राहकों पर पड़ेगा। न्यूनतम एवरेज बैलेंस न होने पर भी चिंता की कोई जरूरत नहीं है। एमसीएलआर दरों में कटौती के कारण ईएमआई का बोझ कम होगा।
बैंक (Indian Bank) ने सभी प्रकार के अकाउंट के लिए मिनिमम बैलेंस न होने पर लगने वाली पेनल्टी को घटाने का ऐलान कर दिया है। नए नियम 7 जुलाई से लागू होंगे। जिससे स्टूडेंट्स से लेकर वरिष्ठ नागरिकों को लाभ होगा। बैंकिंग सुलभ और आसान होगी। इससे पहले बैंक अलग-अलग अकाउंट के प्रकार और लोकेशन के हिसाब से न्यूनतम बैलेंस न होने पर शुल्क लगाता था।
बैंक ने सोशल मीडिया “X” पर कहा, “आपका पैसा, आपका नियम। नो मिनिमम बैलेंस, नो पेनल्टी।” बता दें कि 1 जुलाई को पंजाब नेशनल बैंक ने भी यह सुविधा देने का ऐलान किया है। वहीं केनरा बैंक यह नियम मई 2025 में ही लागू कर चुका है।
लोन के ब्याज दरों में कटौती
पब्लिक सेक्टर के इस बैंक ने लेंडिंग रेट्स में भी बदलाव किया है। एक साल के टेन्योर के लिए एमसीएलआर दरों में 5 बीपीएस तक कटौती हुई है। 3 जुलाई 2025 से नई दरें घटकर 9% हो चुकी है। बेस रेट 9.70% सलाना है। बेंचमार्क प्राइम रेट 13.95% है।
एफडी के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं
बैंक ने एफडी के इन्टरेस्ट रेट में कोई संशोधन नहीं किया है। नए रेट 9 जून 2025 को लागू हुई थी। 7 दिन से लेकर 5 साल से अधिक के टेन्योर पर 2.80% से लेकर 7.15% ब्याज मिल रहा है। वरिष्ठ नागरिकों को 0.50% एक्स्ट्रा रिटर्न सभी मैच्योरिटी स्लैब पर मिल रहा है। सबसे ज्यादा इन्टरेस्ट रेट 444 दिन के इंड सिक्योर स्कीम पर मिलेगा। सामान्य नागरिकों को 6.90%, सामान्य नागरिकों को 7.40% और सुपर सीनियर सिटीजंस को 7.65% इन्टरेस्ट मिल रहा है। वहीं 555 दिन के स्पेशल स्कीम “इंड ग्रीन” पर सामान्य नागरिकों को 6.80% और वरिष्ठ नागरिकों को 7.30% रिटर्न मिलेगा।