हजारीबाग: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले सीमा सुरक्षा बल के जवानों को श्रद्धांजलि दी। झारखंड के हजारीबाग में अमित शाह बीएसएफ के 59वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल रहे बीएसएफ लगभग 2.5 लाख कर्मियों की ताकत के साथ दुनिया का सबसे बड़ा सीमा सुरक्षा बल है जो ,हर साल 1 दिसंबर को स्थापना दिवस मनाता है।
इस मौके पर गृहमंत्री अमित शाह ने स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मेरे लिए खुशी की बात है कि मैं यहां उपस्थित हूं। 1900 से ज्यादा सीमा प्रहरियों ने अपनी जान का बलिदान देकर देश की रक्षा की है। लाखों सैनिक माइनस तापमान में, जंगल में और दुर्गम सीमाओं की चौकसी और सुरक्षा करता है उस पर पूरा देश गर्व करता है। जब – जब किसी सीमा पर दुश्मन ने जरा सी भी हलचल की तो मैं आपके भरोसे आराम की नींद सोता हूं। अगर एक बार प्रहरी मौका पर मौजूद हों तो चिंता करने की जरूरत नहीं है, मैं आप पर गर्व करता हूं।
गृहमंत्री ने नक्सलवाद पर कहा यह सिमट रहा है। कल नक्सलवाद पर समीक्षा बैठक हुई थी। वो दिन दूर नहीं है जब देश वामपंथी उग्रवाद से मुक्त हो जायेगा। पिछले दस सालों में जो प्रयास किया है उसका असर है कि हिंसा की घटनाओं में 52 प्रतिशत की कमी आयी है, मृत्यू की घटना में 70 प्रतिशत की कमी आयी है। नक्सल प्रभावित जिले 96 से घटकर 45 रह गये हैं और पुलिस स्टेशन भी 495 से घटकर 176 रह गये हैं। अब हमें हौसले औऱ जोश के साथ अंतिम प्रहार के लिए तैयार हैं। नये कैंप की स्थापना और गश्त बढ़ने से इनकी संख्या में कमी आई है। बूढ़ा पहाड़ पूरी तरह मुक्त हो गया है। कुछ क्षेत्र में अंतिम लड़ाई जारी है, हम जीतेंगे। अमित शाह ने इस मौके पर कश्मीर, नार्थ ईस्ट का भी जिक्र करते हुए कहा इन सभी जगहों पर सुधार हुआ है। मैं इसका श्रेय भी बीएसएफ के जवानों को देता हूं।