श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। गुरुवार को पाकिस्तान की सेना ने कुपवाड़ा, उरी और अखनूर सेक्टरों में नियंत्रण रेखा (LoC) पर अकारण गोलीबारी कर सीजफायर उल्लंघन किया। भारतीय सेना ने इसका करारा जवाब दिया।
सातवें दिन भी सीजफायर का उल्लंघन, भारत ने दिया जवाब
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने जानकारी दी कि ‘बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात को पाकिस्तान सेना ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, उरी और अखनूर सेक्टरों में नियंत्रण रेखा के उस पार से छोटे हथियारों से अकारण फायरिंग की। भारतीय सेना ने भी समान रूप से जवाबी कार्रवाई की’। हालांकि, इस फायरिंग में किसी तरह की जनहानि की कोई सूचना नहीं है।
यह सीजफायर उल्लंघन पिछले सात दिनों से लगातार जारी है। यह घटनाएं 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से लगातार हो रही हैं, जिसमें 25 पर्यटकों और एक स्थानीय नागरिक की मौत हुई थी। इस हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और अधिक बढ़ गया है।
24 अप्रैल के बाद से लगातार फायरिंग, सिंधु जल संधि निलंबन के बाद उग्र हुआ पाकिस्तान
भारतीय सेना के सूत्रों के अनुसार, 24 अप्रैल की रात से ही पाकिस्तान लगातार नियंत्रण रेखा पर विभिन्न स्थानों से अकारण फायरिंग कर रहा है। इस दौरान भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया था, जिसे पाकिस्तान ने अपनी ओर से भड़काऊ गतिविधियों के रूप में लिया।
डीजीएमओ स्तर पर हुई बातचीत, 2021 के सीजफायर समझौते पर फिर संकट
बुधवार को भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ (सेना संचालन महानिदेशक) स्तर पर हॉटलाइन पर बातचीत भी हुई थी, जिसमें सीजफायर उल्लंघन को लेकर चर्चा की गई। वर्ष 2021 में दोनों देशों ने फरवरी में नियंत्रण रेखा पर 2003 के सीजफायर समझौते को दोहराते हुए नई प्रतिबद्धता जताई थी। लेकिन हालिया घटनाएं उस समझौते पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर रही हैं।
भारत-पाकिस्तान सीमा की भौगोलिक स्थिति
भारत और पाकिस्तान के बीच कुल 3,323 किलोमीटर लंबी सीमा है, जिसमें लगभग 2,400 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) शामिल है, जो गुजरात से लेकर जम्मू के अखनूर तक फैली हुई है। इसके अलावा 740 किलोमीटर लंबी नियंत्रण रेखा (LoC) जम्मू से लेकर लद्दाख के लेह तक जाती है। वहीं सियाचिन क्षेत्र में 110 किलोमीटर लंबी वास्तविक जमीनी स्थिति रेखा (AGPL) भी दोनों देशों को अलग करती है।
रक्षा मंत्रालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की अपील
रक्षा मंत्रालय ने मीडिया संस्थानों से अपील करते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से जारी सलाह को दोहराया है, जिसमें कहा गया है कि ‘फर्जी समाचारों से बचें और सिर्फ प्रमाणिक जानकारी ही प्रसारित करें’। यह अपील मौजूदा हालात में जनमानस में गलत सूचना फैलने से रोकने के लिए दी गई है।