Hemant Soren Oath Taking Ceremony: झारखंड चुनाव में इंडिया गठबंधन को अप्रत्याशित जीत मिली है, 56 सीटें उसके खाते में गई हैं। इस जीत के बाद अब 28 नवंबर में हेमंत सोरेन एक बार फिर सीएम पद की शपथ लेने वाले हैं। इंडिया गठबंधन का हर बड़ा नेता इस समारोह में शामिल होने जा रहा है, माना जा रहा है कि इसके जरिए विपक्षी एकजुटता भी दिखाई जाएगी। बड़ी बात यह है कि हेमंत सोरेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी शपथ ग्रहण समारोह में बुलाना चाहते हैं।
सोरेन के शपथ ग्रहण में आएंगे मोदी?
ऐसी खबर है कि जेएमएम प्रमुख ने पीएम मोदी से मिलने का वक्त मांगा है, वे दिल्ली आकर खुद उन्हें न्योता देना चाहते हैं। इसके अलावा बताया जा रहा है कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी को मिलकर निमंत्रण दिया जाएगा। इसके ऊपर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी फोन कर पहले ही आमंत्रण दे दिया गया है। हैरानी की बात यह है कि ममता उस कार्यक्रम में शामिल हो सकें, सिर्फ इसलिए शपथ ग्रहण का समय दोपहर 3 बजे का रखा है।
सोरेन शपथ ग्रहण में मेहमानों की लिस्ट
ममता के अलावा बिहार से तेजस्वी यादव, यूपी से अखिलेश यादव को भी न्योता जा सकता है। अब जानकार मानते हैं कि इंडिया गठबंधन के लिए झारखंड जीत किसी संजीवनी से कम नहीं है, जब महाराष्ट्र में अप्रत्याशित हार देखने को मिली है, उस स्थिति में झारखंड जीतना राहत की सांस लेकर आया है। बड़ी बात यह है कि जिस राज्य में बीजेपी जीत के दावे सबसे ज्यादा हो रहे थे, वहां सोरेन की रणनीति ने कमाल कर दिया।
झारखंड नतीजों की समीक्षा
इस चुनाव में बीजेपी ने बांग्लादेश घुसपैठ, हिंदू एकजुटता का मुद्दा प्रमुखता से उठाया था। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन आदिवासी के अधिकार, जातिगत जनगणना जैसे मुद्दों पर फोकस करता रहा। नतीजे बता रहे हैं कि इंडिया गठबंधन की बातें जनता के साथ कनेक्ट कर गई हैं। इसी वजह से जेएमएम ने 34 सीटें जीती हैं, कांग्रेस के खाते में 16 सीटें चली गई हैं। दूसरी तरफ एनडीए को 24 सीटों से संतोष करना पड़ गया है।
बीजेपी के लिए ज्यादा चिंता की बात यह है कि उसने आदिवासी बेल्ट में काफी मेहनत की थी, चंपई सोरेन के साथ आने से भी समीकरण बदले थे। लेकिन नतीजे बता रहे हैं कि प्रदेश के आदिवासी बेल्ट में BJP का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। आदिवासी बेल्ट की 21 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने के बावजूद BJP नीत गठबंधन को सिर्फ एक सीट पर कामयाबी मिल सकी है।