झारखंड सरकार में पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर आलम की टेंडर कांड में ईडी की रिमांड तीन दिन और बढ़ गयी है। इससे पहले इनके ठिकानों से नोटों का पहाड़ मिलने के बाद दोनों को ईडी ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद ईडी की विशेष अदालत में पेशी के बाद छह दिनों की रिमांड मिली थी।
बता दें कि ईडी ने जहांगीर आलम के आवास के अलावा ग्रामीण विकास विभाग के इंजीनियर विकास कुमार के आवास पर भी छापेमारी की थी। ईडी ने विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी कर 35 करोड़ से ज्यादा नकद बरामद किया है। मामले की शुरुआत दरअसल, बीते साल 2023 के फरवरी में विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र के. राम को 10 हजार रुपये के रिश्वत से हुई थी जिसके बाद नोटों का यह जखीरा सामने आ गया। ईडी की छापेमारी जैसे-जैसे आगी बढ़ती गयी, भ्रष्टाचार के तार खुलने लगे और तार जहांगीर आलम, पीएस संजीव लाल और मंत्री आलमगीर आलम तक पहुंचने लगे। इसीलिए अब ईडी को लगता है कि मंत्री आलमगीर आलम से पूछताछ कर लेना जरूरी है ताकि सच्चाई तक पहुंचा जा सके।