आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप में शनिवार को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच बारबडोस के ब्रिजटाउन स्थित केंसिंग्टन ओवल स्टेडियम में फाइनल मुकाबला होने जा रहा है। भारत को अगर 13 वर्षों से किसी वर्ल्ड कप ट्रॉफी का इन्तजार है तो विश्व की बड़ी टीमों में दक्षिण अफ्रीका पहली टीम होगी, जिसे आज तक पहली ट्रॉफी का इन्तजार है। ‘चोकर्स’ का ठप्पा लिए घूम रही आज तक विश्व कप की किसी प्रतियोगिता के फाइनल तक नहीं पहुंच पायी थी। वह पहली बार फाइनल में पहुंची है। अगर वह यह खिताब जीतती है तो यह उसकी पहली खिताबी जीत होगी।
अब अपने मूल प्रश्न पर आते हैं। हर भारतीय चाहता है कि भारत शान के साथ दक्षिण अफ्रीका को हराकर चमचमाती ट्रॉफी पर कब्जा करे। लेकिन क्या आपने सोचा है कि अगर दक्षिण अफ्रीका विश्व कप ट्राफी जीतती है तो यह भी भारत की बड़ी जीत होगी। क्योंकि एक समय था जब दक्षिण अफ्रीका की रंगभेद नीति के कारण उसे क्रिकेट बिरादरी से बाहर कर दिया था। दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट जगत से दूर रहने के कारण विश्व क्रिकेटे एक से एक दिग्गज अफ्रीकी खिलाड़ियों के खेल से वंचित रह गये थे। यह भारत के प्रयासों का फल है कि दक्षिण अफ्रीकी टीम की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में फिर से वापसी हुई और 1991 में क्लाइव राइस की कप्तानी में भारत दौरा हुआ था। अफ्रीकी टीम ने अपानी क्षमता का परिचय 1992 में आस्ट्रेलिया में खेले गये एकदिवसीय विश्व कप में ही दे दिया था। इंगलैंड के साथ सेमीफाइनल में अगर बारिश नहीं आयी होती तो वह अपने पहले ही विश्व कप के फाइनल में पहुंच गया होता। दक्षिण अफ्रीका को एक समय 13 गेंदों में 22 रन बनाने थे, लेकिन बारिश के कारण मैच रोकना पड़ा। बारिश के बाद जब मैच दोबारा शुरू हुआ तब उस समय के क्रिकेट नियमों के अनुसार दक्षिण अफ्रीका को 1 गेंद में 13 रन बनाने का लक्ष्य दिया गया था। जो असम्भव था। इस मैच के बाद ही डकवर्थ-लुईस (D/L) की शुरुआत हुई थी।
दोनों टीमों को खिताब का इन्तजार
भारत और दक्षिण अफ्रीका को लम्बे समय से किसी वर्ल्ड कप का इन्तजार है। भारत ने जहां अपना कोई भी अंतिम विश्व कप 13 वर्ष पहले जीता था, वहीं 1992 से विश्व प्रतियोगिताओं में उतर रहा दक्षिण अफ्रीका टीम को अब भी किसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में जीत का इन्तजार है। दक्षिण अफ्रीका के लिए एक शब्द वर्षों से प्रयोग होता रहा है- ‘चोकर्स’। चोकर्स शब्द इसलिए मिला है कि अहम मुकाबलों में उसे किसी न किसी वजह से हार मिलती रही है। इस कारण वह कभी भी फाइनल में नहीं पहुंच सकी है। इस टी20 विश्व में पहली बार मौका है जब उसने शान के साथ फाइनल का भी सफर तय किया है। अब देखना यह है कि उसकी किस्मत में आगे क्या लिखा है। इस विश्व कप में भारत ने जहां अब तक कुल खेले गये 7 मैचों में से 6 में जीत हासिल की और एक मैच बारिश के कारण रद्द हो गया। वहीं दक्षिण अफ्रीका ने अभी तक अपने खेले सभी मैच जीते हैं।
कौन किस पर भारी?
भारत और दक्षिण अफ्रीका ने अब तक हुए टी20 वर्ल्ड कप के 6 मैच खेले हैं। भारत ने इनमें से 4 और दक्षिण अफ्रीका ने 2 मैच जीते हैं। टी20 इंटरनेशनल मैचों में भी भारत का ही पलड़ा भारी रहा है। दोनों ने अब तक 26 मैच खेले हैं जिनमें भारत ने 14 और दक्षिण अफ्रीका ने 11 में जीते हैं। 1 मैच टाई रहा है।
मैच में अगर बारिश आयी तो फिर क्या होगा?
अब बात कर लें बारिश के व्यवधान की। अगर फाइनल मैच में बारिश होती है तो फिर क्या-क्या सम्भावनाएं बनेंगी? मौसम विभाग ने फाइनल मैच से पहले कुछ बारिश की संभावना जताई है। मैच के दिन यानी आज 20 से 47 फीसदी बारिश की आशंका है। याद होगा भारत और इंगलैंड के बीच खेले गये सेमीफाइनल में 250 मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया था, लेकिन आईसीसी ने फाइनल मैच को पूरा कराने के लिए 190 मिनट का अतिरिक्त समय दिया है। फिर भी शनिवार का दिन बारिश से अगर धुल भी जाता है तो 30 जून को मैच के लिए रिजर्व डे रखा गया है। अगर कुछ ओवर खेले जाने के बाद अगर आज व्यवधान आता है तो कल उसी जगह से मैच खेला जायेगा।