दिवाली की सही तारीख का पता लगाने के लिए ये जानना जरूरी है कि आखिर ये पर्व मनाया किस दिन जाता है। तो आपको बता दें कि दीपावली का त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या तिथि पर मनाया जाता है। इस साल ये तिथि 20 अक्टूबर 2025 की दोपहर 3 बजकर 44 मिनट से शुरू होकर 21 अक्टूबर की शाम 5 बजकर 43 मिनट तक रहेगी। यानी अमावस्या दो दिन पड़ रही है जिस वजह से ही इस पर्व की तारीख को लेकर कन्फ्यूजन बना हुआ है। हिंदू धर्म में ज्यादातर त्योहारों में उदया तिथि को प्राथमिकता दी गई है और अगर उदया तिथि के हिसाब से देखें तो अमावस्या 21 अक्टूबर को मान्य होगी। तो क्या ऐसे में दिवाली का त्योहार 21 अक्टूबर को मनाया जाएगा? चलिए आपकी इस कन्फ्यूजन को दूर करते हैं और बताते हैं दिवाली की सही तारीख।
उदया तिथि क्या होती है?
उदया तिथि का मतलब है वो तिथि जो सूर्योदय के समय मौजूद रहे। भले ही ज्यादातर त्योहारों में उदया तिथि ही मान्य होती है लेकिन दिवाली पर्व के साथ ऐसा नहीं है। शास्त्रों अनुसार दिवाली का त्योहार अमावस्या तिथि की रात में मनाया जाता है इसलिए इस पर्व में प्रदोषकाल व्यापिनी तिथि देखी जाती है।
इसलिए 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी दिवाली
दिवाली रात्रि का पर्व है और इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा प्रदोष काल और निशीथ काल में की जाती है। ये दोनों ही मुहूर्त अमावस्या तिथि के साथ 20 अक्टूबर 2025 को मिल रहे हैं। यही कारण है कि दिवाली पर्व 20 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा न कि 21 अक्टूबर को। लेकिन जो लोग अपने ऑफिस में कर्मचारियों के साथ पूजा करते हैं वे 21 अक्टूबर 2025 की सुबह में लक्ष्मी पूजन कर सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन अमावस्या तिथि शाम 5 बजकर 43 मिनट तक मौजूद रहेगी।