लोकसभा चुनाव समाप्त हो गये, चुनावों के परिणाम भी आ गये, 8 जून को उम्मीद है एनडीए देश में एक बार फिर अपनी सरकार बना लेगी। लोकसभा चुनाव के कारण पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गयी थी, उसे निर्वाचन आयोग गुरुवार से निष्प्रभावी कर देगा। इसका तात्पर्य यह है कि इतने लम्बे समय से देश में लोक-कल्याणकारी योजनाएं जो ठप पड़ी थीं, उनकी फिर से शुरुआत हो जायेगी। झारखंड सरकार भी अपनी ढेरों लम्बित योजनाओं की शुरुआत करने के लिए आदर्श आचार संहिता के समाप्त होने का इंतजार कर रहा था। झामुमो के नेतृत्व में राज्य सरकार कई योजनाओं को धरातल पर उतारने जा रही है, हो सकता है, इसकी शुरुआत आज से ही हो जाये। झामुमो के नेतृत्व में गठबंधन सरकार की प्राथमिकता यह होगी कि ज्यादा से ज्यादा योजनाएं जनता के समक्ष प्रस्तुत किये जाएं ताकि इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव में उनका फायदा उठाया जा सके।
झारखंड सरकार योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए तैयार तो है, लेकिन उसके सामने दिक्कत यह है कि उसके पास अब समय की बेहद कमी है। क्योंकि हो सकता है जुलाई महीने में पंचायत और नगर निकाय चुनाव भी शुरू हो जायें। इस चुनाव में भी राज्य सरकार कुछ समय के लिए विश्राम मोड में चली जायेगी। इससे निबटने के बाद कुछ महीनों बाद फिर आदर्श आचार संहिता लागू हो जायेगी, क्योंकि नवम्बर-दिसम्बर में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। सम्भवतः अक्टूबर महीने से ही आदर्श आचार संहिता फिर से लागू हो जाये। यानी राज्य सरकार के पास काम ज्यादा और समय बेहद कम है।
30 हजार शिक्षकों की बहाली से हो सकती है शुरुआत?
राज्य सरकार उम्मीद है अपनी योजनाओं को धरातल पर उतारने की शुरुआत शिक्षकों की बहाली से कर सकती है। झामुमो के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य प्रेस कॉन्फ्रेंस में कह चुके हैं कि आदर्श आचार संहिता की समाप्ति के बाद राज्य सरकार राज्य में 30 हजार शिक्षकों की बहाली करेगी। इसके अलावा सरकार सड़क परियोजनाओं, फ्लाई ओवर परियोजनाओं, जलापूर्ति परियोजनाओं समेत अन्य ग्रामीण तथा शहरी विकास योजनाओं की शुरुआत करेगी।
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