झारखंड के सिमडेगा जिले से एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है। नाबालिग बच्चे के हाथों में कार थमाना इतना भारी पड़ा कि एक की जान चली गई और दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
जानकारी के मुताबिक, कार चला रहा बच्चा कक्षा 9 का छात्र था। हादसे के दौरान उसने नियंत्रण खो दिया और कार अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने आनन-फानन में घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने नाबालिग को मृत घोषित कर दिया। दो अन्य घायलों का इलाज जारी है।
हादसे से इलाके में मातम
घटना के बाद मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। ग्रामीणों ने भी इस तरह के लापरवाह व्यवहार पर नाराज़गी जताई है। लोगों का कहना है कि नाबालिग बच्चों को गाड़ी चलाने की अनुमति देना न केवल कानूनन अपराध है, बल्कि बेहद खतरनाक भी है।
पुलिस ने शुरू की जांच
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कार बच्चे को उसके घरवालों ने ही चलाने दी थी। पुलिस अब इस मामले में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
कानून और चेतावनी
गौरतलब है कि मोटर व्हीकल एक्ट के तहत नाबालिग बच्चों को वाहन चलाने की इजाजत देना अपराध है। दोषी पाए जाने पर वाहन मालिक और बच्चे के अभिभावकों पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है। इस घटना ने एक बार फिर अभिभावकों और समाज के सामने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि नाबालिगों को वाहन चलाने से रोकने की जिम्मेदारी किसकी है।