रूस में एक जोरदार भूकंप ने पूरी दुनिया को हिला दिया है. बुधवार को रूस के कमचटका प्रायद्वीप में 8.7 तीव्रता का भूकंप आया, जिसे स्थानीय प्रशासन ने दशकों में सबसे शक्तिशाली बताया है. इस भूकंप के बाद जापान, रूस और प्रशांत द्वीपों में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है. अधिकारियों ने बताया कि इस भूकंप से कुरिल द्वीप पर 4 मीटर (13 फीट) तक ऊंची सुनामी पैदा हुई, जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और इमारतों को नुकसान पहुंचा. अमेरिका की जियोलॉजिकल सर्वे एजेंसी (USGS) ने पुष्टि की है कि भूकंप के बाद सुनामी लहरें उठ चुकी हैं और अलास्का के कुछ हिस्सों में चेतावनी जारी की गई है.
रूस भूकंप सुनामी लाइव न्यूज: रूस के सुदूर पूर्वी कामचटका प्रायद्वीप के पास आए 8.8 तीव्रता वाले शक्तिशाली भूकंप के बाद बुधवार को जापान के होक्काइदो तट पर विशाल सुनामी लहरें पहुंचती दिखीं. जापान की मौसम एजेंसी ने तटीय क्षेत्रों में तीन मीटर (10 फीट) तक ऊंची लहरों की चेतावनी देते हुए देश के पूर्वी समुद्री तट के बड़े हिस्से को खाली कराने का आदेश दिया. 2011 की तबाही को याद दिलाते हुए कई शहरों में सुनामी सायरन बजाए गए और लोगों से तुरंत ऊंचे स्थानों की ओर जाने को कहा गया. कामचटका और रूस का यह क्षेत्र ‘पैसिफिक रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित है, जो भूकंप और ज्वालामुखीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है.
चीन के प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय के सुनामी चेतावनी केंद्र ने गुरुवार को देश के पूर्वी तटीय इलाकों शंघाई और झेजियांग प्रांतों के लिए सुनामी अलर्ट जारी किया है. चेतावनी में अनुमान लगाया गया है कि इन क्षेत्रों में 0.3 से 1 मीटर (1 से 3 फीट) ऊंची लहरें उठ सकती हैं. यह चेतावनी तूफान ‘कोमाय’ के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए जारी की गई है, जो इन तटीय इलाकों में तेज हवाओं और भारी वर्षा के साथ लहरों को और खतरनाक बना सकता है.
30 जुलाई को रूस के सुदूर पूर्वी कमचटका आइलैंड के पास आए 8.8 तीव्रता के भूकंप के बाद एक भयानक सुनामी ने सेवेरो-कुरील्स्क शहर को अपनी चपेट में ले लिया. इसके बाद चश्मदीदों के रिकॉर्ड किए गए वीडियो में दिखा कि कैसे तेज लहरों ने इमारतों और मलबे को भीतर तक बहा दिया और पूरा समुद्र तट जलमग्न हो गया.
रूस के सुदूर पूर्वी तट पर बुधवार सुबह आई सुनामी की तेज लहरों ने सखालिन ओब्लास्ट के सेवेरो-कुरील्स्क कस्बे को अपनी चपेट में ले लिया. वीडियो में देखा गया कि लहरें इमारतों के बीच से गुजरती हुईं उन्हें बहा ले गईं. भारी कंटेनर और औद्योगिक ढांचे भी लहरों की चपेट में आ गए. तीन सुनामी लहरों ने इस क्षेत्र को प्रभावित किया, जिसमें आखिरी सबसे शक्तिशाली थी. लगभग 300 लोगों को बंदरगाह से सुरक्षित निकाला गया, हालांकि किसी को चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता नहीं पड़ी.