पहली बार में सिविल सेवा परीक्षा पास करने का दावा करने वाली दिव्या पांडे के परिवार ने गलत जानकारी देने के लिये शुक्रवार को जिला प्रशासन और सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड से माफी मांगी है. क्योंकि नतीजों की खबर वायरल होने के बाद दोनों ने उसे सम्मानित किया था.
इसके अलावा परिवार ने मीडिया से भी माफी मांगी और कहा कि यह ‘अनजाने में हुई गलती’ है. दिव्या पांडे की ओर से माफी मांगते हुए उनके परिवार के सदस्यों और पड़ोसियों ने कहा कि वास्तव में दक्षिण भारत की दिव्या पी परीक्षा में सफल हुई थीं.
दोस्त के फोन से हुई गलतफहमी
दिव्या पांडे की बड़ी बहन प्रियदर्शनी पांडे ने कहा कि उनकी बहन को उत्तर प्रदेश में उनके दोस्त ने सूचित किया था कि उन्होंने यूपीएससी में 323वां रैंक हासिल किया है और ‘हमने यूपीएससी की वेबसाइट पर परिणाम की जांच करने की कोशिश की, लेकिन इंटरनेट काम नहीं कर रहा था. यह अनजाने में हुई गलती थी.’
सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक पीएम प्रसाद और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने बिना किसी कोचिंग के स्मार्ट फोन और इंटरनेट की मदद से पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास करने के परिवार के दावों के बाद दिव्या पांडे के पिता को सम्मानित किया, जो सीसीएल के सेवानिवृत क्रेन ऑपरेटर हैं.
झूठे दावे करने का इरादा नहीं था: परिवार
इन दावों की मीडिया में खूब चर्चा हुई. अपने कार्यालय में दिव्या पांडे को सम्मानित करने वाली रामगढ़ की उपायुक्त माधवी मिश्रा ने इसे ‘मानवीय गलती’ करार दिया है. परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि फर्जी खबर फैलाने या झूठे दावे करने का उनका कोई इरादा नहीं था. उन्होंने कहा कि सच्चाई का पता लगाने के बाद दिव्या दिल्ली के लिए रवाना हो गई है. दिव्या झारखंड के रामगढ़ जिले के चित्तरपुर ब्लॉक के अंतर्गत रजरप्पा कॉलोनी की रहने वाली है.
कौन हैं दिव्या पांडेय?
रामगढ़ जिला के रजरप्पा थाना क्षेत्र अंतर्गत सीसीएल रजरप्पा के रिटायर्ड क्रेन ऑपरेटर जगदीश पांडे की सुपुत्री दिव्या पांडे ने आईएएस बनने के लिए यूपीएससी की तैयारी की थी. उनके पास होने की खबर आने के बाद पूरे रामगढ़ में खुशी की लहर थी. आपको बता दें कि दिव्या की प्रारंभिक परीक्षा डीएवी रजरप्पा से हुई है. रांची विमेंस कॉलेज से बीबीए पास करने के बाद यूपीएससी की तैयारी में जुट गई थीं. बिना किसी कोचिंग के वो यूपीएससी परीक्षा में शामिल हुई थीं. दिव्या पांडे दो बहन ओर एक भाई में सबसे छोटी है.