बहुचर्चित साहिबगंज अवैधन खनन मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय के बुलावे पर 11 जनवरी को साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव नहीं आये। 15 जनवरी को कॉन्ट्रैक्टर विनोद पांडेय को इसी मामले में जवाब देना था, लेकिन वह भी विशेष कारणों का हवाला देकर नहीं आये। मंगलवार यानी 16 जनवरी को मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद पिंटू को ईडी कार्यालाय बुलाया गया है। तो क्या अभिषेक प्रसाद आज ईडी कार्यालय में उपस्थित होंगे? बता दें, इस मामले में दो साल पहले अभिषेक पिंटू ईडी कार्यालय में एक पेश हो चुके हैं। यह सवाल इसलिए भी उठ रहा है क्योंकि अब तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी के सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हो गये हैं।
साहिबगंज अवैध खनन मामला झारखंड का बहुचचर्चित मामला है। इसके बारे में कहा जा रहा है कि यह करीब 1200 करोड़ रुपये के अवैध खनन का मामला है। इस मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित 20 के खिलाफ ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करायी गयी थी। यह एफआईआर झारखंड हाई कोर्ट के आदेश के बाद दर्ज करायी गयी थी। याचिकाकर्ता तीर्थनाथ आकाश के द्वारा यह याचिका दायर की गयी है। सीएम हेमंत के अलावा जिन अन्य लोगों पर यह एफआईआर दर्ज करायी गयी है वे हैं- अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू, पंकज मिश्रा, मनीष तिवारी, विभूति कुमार, रामनिवास यादव, अनुरंज किस्फोटा, राजेंद्र दुबे और प्रमोद मिश्रा आदि। साहिबगंज के पत्थर व्यवसाई दहू यादव, विष्णु प्रसाद यादव, गुड्डू, आलोक रंजन, अवध किशोर सिंह, टिंकल भगत, बच्चू यादव, संजय कुमार यादव, भगवान भगत, भावेश भगत और विक्रम प्रसाद सिंह को इस मामले में आरोपी बनाया गया है। याचिका में कहा गया है कि आरोपियों की मिलीभगत से साहिबगंज में रोजाना 1000 से अधिक ट्रकों से अवैध पत्थर की ढुलाई हो रही है।
इसे भी पढें: Hazaribagh ED Raid: हजारीबाग के कोयला व्यवसायी इजहार अंसारी के ठिकानों पर सुबह से चल रही छापेमारी