Close Menu
कोयलाचंल संवाद

    Subscribe to Updates

    Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

    What's Hot

    दिल्ली पहुंचे राष्ट्रपति पुतिन: PM मोदी ने किया गर्मजोशी से स्वागत, आज होगी भारत-रूस सालाना समिट

    December 4, 2025

    JSSC CGL रिजल्ट-नियुक्ति पर लगी रोक हटी: सैकड़ों अभ्यर्थी CM आवास पहुँचे, हेमन्त सोरेन को जताया आभार — “निष्पक्ष जांच से मिला न्याय”

    December 4, 2025

    CGL विवाद पर राहत मिलने के बाद अभ्यर्थियों ने CM आवास में मनाई खुशी

    December 4, 2025
    Facebook X (Twitter) Instagram
    • E-Paper
    • ताजा हिंदी खबरें
    • झारखंड
    • रांची
    Facebook X (Twitter) Instagram
    कोयलाचंल संवादकोयलाचंल संवाद
    Subscribe
    • कोयलांचल संवाद
    • झारखण्ड
    • बिहार
    • राष्ट्रीय
    • बिज़नेस
    • नौकरी
    • मनोरंजन
    • अंतरराष्ट्रीय
    • खेल
    • E-Paper
      • E-paper Dhanbad
      • E-Paper Ranchi
    कोयलाचंल संवाद
    Home»Breaking News»कलश स्थापना के साथ करें मां शैलपुत्री की आराधना, प्रसन्न होकर माता सिद्धियां करेंगी प्रदान
    Breaking News

    कलश स्थापना के साथ करें मां शैलपुत्री की आराधना, प्रसन्न होकर माता सिद्धियां करेंगी प्रदान

    AdminBy AdminApril 9, 2024No Comments2 Mins Read
    WhatsApp Facebook Twitter Copy Link Pinterest Email
    Share
    WhatsApp Facebook Twitter Copy Link Pinterest Email

    प्रथम शैलपुत्री

    वन्दे वंछितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्।

    वृषारूढाम् शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम् ||

    वासंतिक नवरात्रि का प्रारम्भ चैत्र प्रतिपदा पर कलश स्थापना से हो रहा है। चाहे वसंत नवरात्रि हो या शारदीय नवरात्रि, दोनों में  नौ दिन मां दुर्गा के नौ रूपी की आराधना करने का विधान है। शैलपुत्री देवी दुर्गा के नौ रूप में पहला स्वरूप हैं। यह ही नवदुर्गाओं में प्रथम दुर्गा हैं। पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री रूप में उत्पन्न होने के कारण इनका नाम ‘शैलपुत्री’ पड़ा। नवरात्र-पूजन में प्रथम दिवस इन्हीं की पूजा और उपासना की जाती है। इस प्रथम दिन की उपासना में योगी अपने मन को ‘मूलाधार’ चक्र में स्थित करते हैं। यहीं से उनकी योग साधना प्रारंभ होती है।

    वृषभ-स्थिता इन माताजी के दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल-पुष्प सुशोभित है। अपने पूर्व जन्म में ये प्रजापति दक्ष की कन्या के रूप में उत्पन्न हुई थीं तब इनका नाम ‘सती’ था। इनका विवाह भगवान शंकरजी से हुआ था।

    शैलपुत्री का संस्कृत में अर्थ होता है ‘पर्वत की बेटी’। पौराणिक कथा के अनुसार मां शैलपुत्री अपने पिछले जन्म में भगवान शिव की अर्धांगिनी (सती) और दक्ष की पुत्री थीं। एक बार जब दक्ष ने महायज्ञ का आयोजन कराया तो इसमें सारे देवताओं को निमंत्रित किया गया, परंतु भगवान शंकर को नहीं। उधर सती यज्ञ में जाने के लिए व्याकुल हो रही थीं। शिवजी ने उनसे कहा कि सारे देवताओं को निमंत्रित किया गया है लेकिन उन्हें नहीं; ऐसे में वहां जाना उचित नहीं है। सती का प्रबल आग्रह देखकर भगवान भोलेनाथ ने उन्हें यज्ञ में जाने की अनुमति दे दी।

    सती जब घर पहुंचीं तो वहां उन्होंने भगवान शिव के प्रति तिरस्कार का भाव देखा। दक्ष ने भी उनके प्रति अपमानजनक शब्द कहे। इससे सती के मन में बहुत पीड़ा हुई। वे अपने पति का अपमान सह न सकीं और योगाग्नि द्वारा स्वयं को जलाकर भस्म कर लिया। इस दारुण दु:ख से व्यथित होकर शंकर भगवान ने उस यज्ञ को विध्वंस कर दिया। फिर यही सती अगले जन्म में शैलराज हिमालय की पुत्री के रूप में जन्मीं और शैलपुत्री कहलाईं।

    Share. WhatsApp Facebook Twitter Email Copy Link
    Admin

    Related Posts

    दिल्ली पहुंचे राष्ट्रपति पुतिन: PM मोदी ने किया गर्मजोशी से स्वागत, आज होगी भारत-रूस सालाना समिट

    December 4, 2025

    JSSC CGL रिजल्ट-नियुक्ति पर लगी रोक हटी: सैकड़ों अभ्यर्थी CM आवास पहुँचे, हेमन्त सोरेन को जताया आभार — “निष्पक्ष जांच से मिला न्याय”

    December 4, 2025

    CGL विवाद पर राहत मिलने के बाद अभ्यर्थियों ने CM आवास में मनाई खुशी

    December 4, 2025
    Add A Comment

    Comments are closed.

    Recent Posts
    • दिल्ली पहुंचे राष्ट्रपति पुतिन: PM मोदी ने किया गर्मजोशी से स्वागत, आज होगी भारत-रूस सालाना समिट
    • JSSC CGL रिजल्ट-नियुक्ति पर लगी रोक हटी: सैकड़ों अभ्यर्थी CM आवास पहुँचे, हेमन्त सोरेन को जताया आभार — “निष्पक्ष जांच से मिला न्याय”
    • CGL विवाद पर राहत मिलने के बाद अभ्यर्थियों ने CM आवास में मनाई खुशी
    • एसीबी की बड़ी कार्रवाई: शराब घोटाले में IAS अमित कुमार से पूछताछ
    • देवघर में नल-जल योजना पर 3 करोड़ खर्च, फिर भी 627 घरों तक नहीं पहुंचा पानी
    • रांची : जगन्नाथपुर तालाब से अज्ञात व्यक्ति का शव मिला, जांच में जुटी पुलिस
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest Vimeo YouTube
    • E-Paper
    • Content Policy Guidelines
    • Privacy Policy
    • Terms of Use
    © 2025 Koylanchal Samvad. Designed by Aliancy Technologies.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.